नई दिल्ली। अमेरिका (America) के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of america) में हाल ही में कोविड-19 (COVID-19) के 40 प्रतिशत से अधिक मामलों के लिए ओमिक्रॉन बीए .2 (Omicron BA.2) का सब-वैरिएंट एक्सबीबी.1.5 (Sub-variant XBB.1.5) जिम्मेदार है। मिनेसोटा विश्वविद्यालय केसंक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. माइकल ओस्टरहोल्म ने कहा कि दुनिया अभी जिसे सबसे खराब संस्करण का सामना कर रही है, वह वास्तव में एक्सबीबी है।
अमेरिका के 10 राज्यों में से सात जहां कोरोना के नए मामले और हॉस्पीटल में भर्ती के मामले बढ़ रहे हैं वह एक्सबीबी वैरिएंट के हैं। अमेरिका में 31 दिसंबर को समाप्त सप्ताह हुए सप्ताह में कोरोना के कुल मामलों के 44.1 फीसदी के लिए वैरिएंट बीए. 2, एक्सबीबी और एक्सबीबी.1.5 जिम्मेदार थे।
भारत में हुई थी पहचान
एक्सबीबी की पहचान पहली बार भारत में अगस्त में हुई थी। यह अमेरिका और सिंगापुर में तेजी से संक्रमण का कारण बना। अब यह एक्सबीबी.1 और एक्सबीबी.1.5 सब वैरिएंट्स में विकसित हो गया है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट एंड्रयू पेकोज़ ने कहा कि एक्सबीबी.1.5 अपने परिवार के सदस्यों से अलग है क्योंकि इसमें एक अतिरिक्त म्यूटेशन है।
एक्सबीबी.1.5 अत्यधिक संक्रामक क्यों है?
पेकिंग विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक और सहायक प्रोफेसर, यूनलॉन्ग रिचर्ड काओ ने के आंकड़ों के अनुसार एक्सबीबी.1.5 एंटीबॉडी के प्रतिरोधी है। कोलंबिया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि एक्सबीबी जैसे सबवैरिएंट्स का उदय वर्तमान कोविड टीकों की प्रभाव को कम कर सकता है। इसका असर यह होगा कि संक्रमण फिर से तेजी से बढ़ेगा। वैज्ञानिकों ने कहा है कि एक्सबीबी सबवैरिएंट्स के टीकाकरण और एंटीबॉडी को बेअसर करने की क्षमता काफी खतरनाक है।
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