नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी इतनी जल्दी खत्म होने वाली नहीं है। विशेषज्ञों ने भी इसको लेकर चेतावनी दी है और सतर्क रहने की सलाह दी है। हालांकि इसके बावजूद लोग बिना किसी डर के आराम से जगह-जगह घूम-फिर रहे हैं। चूंकि देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान तो काफी तेजी से चल रहा है और अब तक 50 करोड़ से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं, लेकिन इस बीच महामारी की तीसरी लहर की चिंता सताने लगी है।
हम दूसरी लहर की तबाही तो देख ही चुके हैं कि कितने लोग मौत के मुंह में समा गए और अब अगर तीसरी लहर आती है तो वो कितनी तबाही लाएगी, ये बता पाना मुश्किल है। इसलिए सभी लोगों से कोरोना से बचने के नियमों का पालन करने की सलाह दी जा रही है। इसके अलावा वैक्सीन लेना भी उतना ही जरूरी है, क्योंकि यह मौत के खतरे से आपको बचा सकता है।
क्या कोमोरबिडिटी वाले मरीजों को अपना चेकअप करा कर वैक्सीन लेनी चाहिए?
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डॉ. कहते हैं, ‘जो भी क्रोनिक बीमारी वाले मरीज होते हैं, जैसे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, अस्थमा आदि, तो उनका हर महीने चेकअप होता रहता है। लेकिन अगर चेकअप नहीं भी हुआ है और दवा चल रही है, तो वैक्सीन लेने के लिए जरूरी नहीं है कि पहले चेकअप कराएं। आप जाएं और वैक्सीन लगवा लें।’
देश में कोरोना की वर्तमान स्थिति को कैसे देखते हैं?
डॉ. कहते हैं, ‘देश में कोरोना की स्थिति अभी थमी है, लेकिन वायरस कहीं गया नहीं है। खतरा जितना पहले था, उतना ही अभी भी है। कई दूसरे देशों में केस एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं। इसलिए हमें भी सतर्क रहना होगा। कोविड नियमों के साथ ही वैक्सीन जरूर लगवाएं, क्योंकि जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है, उनके लिए आने वाली लहर ज्यादा खतरनाक हो सकती है।’
तीसरी लहर में डेल्टा प्लस की बहुत चर्चा हो रही है, क्या कहेंगे?
डॉ. कहते हैं, ‘एक आम आदमी होने के नाते हमारी ये जिम्मेदारी और कर्तव्य है कि कोविड नियमों का पालन करें। ये हमारे खुद के कंट्रोल में है, हम वायरस से बच सकते हैं। जहां तक तीसरी लहर और डेल्टा प्लस की बात है, तो इसमें संक्रमण की क्षमता बहुत ज्यादा है। देश में इसके कई केस भी आ चुके हैं, लेकिन तमाम वैरिएंट के बाद भी हम अगर कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर को फॉलो करेंगे तो सुरक्षित रहेंगे।’
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