उज्जैन। कोरोना का ग्राफ जिले में अब शहरी क्षेत्र से ज्यादा तहसील और ग्रामीण इलाकों में बढ़ रहा है। आज जारी बुलेटिन में जिले की तहसीलों और अंचल में कोरोना के कुल 144 में से 100 मामले सामने आए हैं। ग्रामीण इलाकों को लेकर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की चिंता और बढ़ गई है। पिछले एक हफ्ते से कोरोना के मामले में कोई कमी नहीं आई है। परंतु नए मामलों का अंतर शहरी और ग्रामीण इलाकों में बढ़ता जा रहा है। एक हफ्ते पहले जब 250 से ज्यादा रोज नए मामले जिले में मिल रहे थे उस दौरान भी ग्रामीण इलाकों में पॉजीटिव मरीजों का आंकड़ा एक ही दिन में 100 तक नहीं पहुँचा था।
हालांकि पिछले एक हफ्ते से शहरी क्षेत्र के मुकाबले तहसीलों में संक्रमण का ग्राफ 50 फीसदी से बढ़ते ही 65 फीसदी तक पहुँच गया था। परंतु आज जारी 1868 सेम्पलों की जाँच रिपोर्ट में 144 कुल पॉजीटिव केस जिले में मिले हैं। इसमें उज्जैन शहर के 44 मामले हैं। बाकी के 100 मामले ग्रामीण और तहसील क्षेत्रों के हैं। अंचलों में शहर के मुकाबले तेजी से बढ़ रहे संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सिर्फ चिंता ही जता रहे हैं। गाँवों में संक्रमण रोकने के प्रयास शहर के मुकाबले कम हो रहे हैं।
बडऩगर, महिदपुर के बाद तराना भी हाट स्पाट
आज पॉजीटिव आए 144 मामलों में से 100 मामले अंचलों के हैं। इनमें बडऩगर में आज 26, महिदपुर में 25 तथा तराना में 19 नए मरीज मिले हैं। इसके अलावा नागदा में भी आज 16 तथा खाचरौद में 6 नए मामले सामने आए हैं। पिछले एक हफ्ते से बडऩगर और महिदपुर तहसील कोरोना का हाट स्पाट बनी हुई है। इस दौड़ में अब तराना तहसील भी शामिल हो गई है।
पॉजीटिव से ज्यादा ठीक हुए
कल कोविड केयर सेंटर, होम आईसोलेशन तथा अस्पताल से उपचार के बाद जिले में 167 लोगों की छुट्टी की गई है। इसके विपरित आज 144 नए केस सामने आए हैं। राहत की बात यह है कि आज पॉजीटिव आने वाले और उपचार के बाद ठीक हुए मरीजों की संख्या में बड़ा अंतर है। आज पॉजीटिव आने वाले मरीजों से ज्यादा लोग ठीक होकर घर गए हैं।
गंभीर मरीज गिनती के अस्पतालों में
आज की स्थिति में जिले के अस्पतालों में 17 मरीज उपचार के लिए भर्ती हैं, जबकि 3 मरीजों को कोविड केयर सेंटरों में रखा गया है। इनमें से 4 मरीज की हालत गंभीर है तथा उन्हें फेफड़ों का संक्रमण है। इन मरीजों का इलाज माधवनगर अस्पताल में चल रहा है। इसके अलावा 1553 मरीज अभी भी होम आईसोलेशन में रहकर उपचार करा रहे हैं।
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