नई दिल्ली । देश में बड़े पैमाने पर कोरोना की वैक्सीन (Corona vaccine) लगाने की तैयारी की जा रही है। सरकार इसके लिए अपने स्तर पर एक विस्तृत योजना तैयार कर रही है। बताया जा रहा है कि एक टीकाकरण केंद्र पर 5 लोगों को तैनात किया जाएगा। साथ ही वैक्सीन की पहली डोज मिलने के बाद किसी भी तरह के विपरीत प्रभाव की आशंका के मद्देनजर एक कमरे को तैयार किया जाएगा।
जानकारी के अनुमान प्रत्येक टीकाकरण केंद्र पर एक दिन में लगभग 100 लोगों को वैक्सीन दी जा सकेगी। वैक्सीन शुरू होने के कुछ समय बाद इसमें तेजी लाने के लिए सरकार कम्युनटी हॉल और टेंट लगाने की व्यवस्था भी करेगी। हर साइट पर सामान्य टीकाकरण केंद्रों से ज्यादा जगह की जरूरत होगी।
ऊपर दी गई जानकारियां स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसीजर के ड्राफ्ट के तौर पर राज्यों के साथ साझा की गई है। स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसीजर के अनुसार हर टीकाकरण केंद्र पर एक गार्ड समेत 5 लोगों की तैनाती होगी। और 3 कमरे वेटिंग, वैक्सीनेशन और ऑब्जर्वेशन के लिए होंगे।
वैक्सीन लेने वाले हर शख्स को अनिवार्य रूप से किसी भी तरह के विपरीत प्रभाव की आशंका के मद्देनजर 30 मिनट तक निगरानी में रखा जाएगा। किसी तरह का गंभीर असर होने पर लोगों को पास के डेडिकेटेड अस्पतालों में भर्ती कराया जाएगा। केंद्र के दिवसीय वर्कशॉप में शामिल हुईं इम्यूनाइजेशन ऑफिसर डॉ. रजनी एन ने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए 3 कमरों को रिजर्व करने का फैसला, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के पालन की वजह से लिया गया है।
वैक्सीनेशन रूम में एक बार में एक ही शख्स को प्रवेश की अनुमति होगी। हालांकि वेटिंग और निगरानी रूम में कई लोगों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी आपको बता दें कि कई देशों ने अलग-अलग कंपनियों की कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी है। माना जा रहा कि इस साल के अंत या अगले साल की शुरुआत में भारत में कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी मिल सकती है।
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