भोपाल। प्रदेश में कोरोना (Corona) अब पूरी तरह से नियंत्रण (Control) में आ गया है। इसके साथ ही सरकार टीकाकरण (Government Vaccination) पर जोर देना शुरू कर दिया है। इसके लिए जून से टीकाकरण (Vaccination) अभियान चल रहा है। शहर से लेकर गांवों तक टीके (Vaccin) लगाए जा रहे है। अब सरकार ने तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका के चलते तय किया है कि छोटे बच्चों के माता-पिता को पहले टीका (Vaccin) लगाया जाएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है कि हमने कोरोना (Corona) की दूसरी लहर पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया है। तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। तीसरी लहर का मुकाबला करने की तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। आशंका जताई जा रही है कि इसका असर बच्चों पर ज्यादा होगा। इस आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं का सुद्धढ़ीकरण करने का फैसला लिया गया है। अलग-अलग स्तर पर बच्चों के विशेष वार्ड (Special Ward) बनाने का फैसला लिया गया है। चौहान ने कहा कि यह भी फैसला लिया गया है कि जिन माता-पिता के बच्चों की उम्र 12 वर्ष से कम है, उन बच्चों के माता-पिता को टीकाकरण (Vaccination) में प्राथमिकता दी जायेगी। उनका टीकाकरण (Vaccination) बहुत आवश्यक है। क्योंकि किसी बच्चे को यदि संक्रमण हुआ तो बच्चे के साथ माता या पिता का रहना आवश्यक होगा। माता-पिता का टीकाकरण (Vaccination) हो जायेगा तो वे बच्चों की देख-भाल करते रहेंगे।
तीन जिलों में ही 20 से अधिक प्रकरण
प्रदेश के 3 जिलों इंदौर, भोपाल तथा जबलपुर में ही कोरोना के 20 से अधिक नए प्रकरण आए हैं। इंदौर में 287, भोपाल में 183, जबलपुर में 71, ग्वालियर में 17 तथा रतलाम में 16 नए प्रकरण आए हैं। इंदौर की साप्ताहिक पॉजिटिविटी 4.9 फीसदी, भोपाल की 3.8 फीसदी, जबलपुर की 1.8 फीसदी, ग्वालियर की 1.4 फीसदी तथा रतलाम की साप्ताहिक पॉजिटिविटी 2.1 फीसदी है।
विदेश जाने वाले बच्चों को भी टीका
प्रदेश के कई बेटे- बेटियाँ शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेश जाना चाहते हैं। अत: यह फैसला भी लिया गया है कि जिन बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेश जाना है, उनका प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया जायगा, जिससे वे सुरक्षित विदेश जा सकें और शिक्षा प्राप्त कर सकें।
प्रदेश खतरे से बाहर
कोविड संक्रमण की दृष्टि से अब प्रदेश का कोई भी जिला रेड जोन में नहीं है। किसी भी जिले की पॉजिटिविटी 5त्न से अधिक नहीं है। प्रदेश कोरोना संक्रमण से तेजी से बाहर निकल रहा है। शीघ्र ही प्रदेश को पूर्ण रूप से कोरोना संक्रमण मुक्त किए जाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भोपाल में कोरोना अनुरूप व्यवहार सुनिश्चित कराने के लिए प्रभारी मंत्री के निर्देशन में कोविड सेफ्टी टीम का कार्य माइक्रो मॉनिटरिंग का उत्तम उदाहरण है।
30 जिलों में 1 फीसदी से कम पॉजिटिविटी
प्रदेश के 30 जिलों में कोरोना की साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी 1त्न से कम है तथा 22 जिलों में साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी 1 से 5 फीसदी तक है। सभी 52 जिलों की साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी 5त्न से कम है। प्रदेश के 3 जिलों अलीराजपुर, झाबुआ तथा कटनी में कोरोना का कोई नया प्रकरण नहीं आया है। चार जिलों भिंड, मंडला, सिंगरौली तथा टीकमगढ़ में एक-एक नए प्रकरण आए हैं।
अन्य जिले भी इसका अनुसरण करें।
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