गुवाहाटी। कोविड की दूसरी लहर के दौरान असम में लगभग 12 फीसदी मामले 18 साल से कम उम्र के बच्चों में देखने को मिले। ये आंकड़े चेतावनी देने वाले हैं। बच्चों में संक्रमण के इतने ज्यादा केस आने के बाद अब कोविड -19 की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए जिलों में बाल चिकित्सा आईसीयू तैयार किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस बार 18 वर्ष की आयु के 34,606 बच्चे वायरस से संक्रमित थे। 1 अप्रैल से 26 जून तक, राज्य में कुल 2,80,504 लोगों ने कोविड-पॉजिटिव परीक्षण किया। कुल 5,755 मामले पांच साल से कम उम्र के बच्चे हैं, जबकि 28,851 6 से 18 साल के बीच के थे।
किस जिले में कितने बच्चे हुए संक्रमित
कामरूप (मेट्रोपॉलिटन) में सबसे ज्यादा 5,346 बच्चों में संक्रमण पाया गया। यह बहुत ही हैरानी वाली बात है कि जिले में कुल 53,251 केस की तुलना में अकेले कामरूप में 10.04 फीसदी मामले मिले हैं। डिब्रूगढ़ में 2,430, नागांव में 18 साल से कम उम्र के 2,288 मामले, सामने आए। कामरूप जिले में 2,023 बच्चे संक्रमित पाए गए। वहीं सोनितपुर में 1,839 मामले मिले।
34 बच्चों की हुई मौत
असम नैशनल हेल्थ मिशन की ओर से जारी आंकड़े देखें तो कहा गया है कि विभिन्न जिलों में 18 वर्ष से कम आयु के कोविड-संक्रमित व्यक्तियों की संख्या कम या ज्यादा है। 1 अप्रैल से 26 जून, 2021 तक 18 साल से कम उम्र के 34 बच्चों की मौत भी हुई है।
जन्मजात बीमारियों से पीड़ित बच्चों पर ज्यादा असर
स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि जिन मौतों की सूचना दी गई है उनमें हृदय, गुर्दे और दुर्लभ विकृतियों, विशेष रूप से पांच साल से कम उम्र में जन्मजात बीमारियों जैसी बीमारियों से पीड़ित बच्चे थे।
अभी भी 9 बच्चों का चल रहा इलाज
यहां के गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में 14 साल से कम उम्र के 135 बच्चे कोविड वायरस से संक्रमित मिले, उनमें से नौ की मौत हुई। जीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. अभिजीत सरमा ने बताया कि ये मामले बिना लक्षणों वाले थे।अधिकांश मामलों में बच्चों को उनके माता-पिता से संक्रमण मिला। उन्होंने कहा कि जीएमसीएच में बच्चों के इलाज के लिए 40 बेडों वाला आईसीयू तैयार कर लिया गया है।
पिछली लहर में 228 बच्चे हुए थे संक्रमित
पहली लहर में, पिछले साल मार्च से इस साल अप्रैल तक जीएमसीएच में कोविड पॉजिटिव बच्चों के 228 मामले आए थे और 12 की मौत हुई थी। डॉक्टर ने बताया कि फिलहाल नौ बच्चों का जीएमसीएच में इलाज चल रहा है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved