नई दिल्ली। कोविड-19 से निपटने की भारत की रणनीति सही साबित हुई है। अब अर्थव्यवस्था जल्द ही पटरी पर लौटेगी और मजबूत होकर उभरेगी। यह बात भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) ने कही है।
फिक्की की अध्यक्ष संगीता रेड्डी ने कहा कि अब कड़े कदम उठाने और वृद्धि के एजेंडा को आगे बढ़ाने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर की सरकारों में जीवन और आजीविका के संरक्षण के बीच संतुलन बैठाने को लेकर असमंजस रहा। लेकिन, भारत ने सख्त लॉकडाउन लागू किया और स्वास्थ्य ढांचे को आगे बढ़ाते हुए मानव जीवन को बचाने पर ध्यान केंद्रित किया। इस रणनीति के सही नतीजे सामने आए हैं।
केंद्र ने चिकित्सा इन्फ्रा पर किया काम
संगीता रेड्डी ने कहा कि बेहतर इलाज, चिकित्सा ढांचे के सृजन, पीपीई किट की आपूर्ति बढ़ाने पर ध्यान दिया गया। इससे हमारे यहां मृत्यु दर को नियंत्रित किया जा सका। रेड्डी ने कहा कि अब आजीविका के मोर्चे पर साहसी कार्रवाई का समय है। उन्होंने कहा कि हालिया मौद्रिक उपायों से ये सुनिश्चित हुआ है कि सरकार और नियामक अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। रेड्डी ने कहा कि अब हमें विकास के एजेंडा को तेजी से आगे बढ़ाना चाहिए।
पीएमआई इंडेक्स में आई है तेजी
फिक्की अध्यक्ष ने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार के शुरुआती संकेत दिखने लगे हैं। उन्होंने कहा कि सितम्बर में विनिर्माण और सेवा पीएमआई सुधरकर क्रमश: 56.8 और 49.8 पर पहुंच गए हैं। इसके अलावा ई-वे बिल निकालने की संख्या भी बढ़ी है। प्रमुख जिंसों की माल ढुलाई में सुधार हुआ है, निर्यात में सकारात्मक वृद्धि दर्ज हुई है और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) का संग्रह कोविड-19 के पूर्व के स्तर पर पहुंच गया है, जो अक्टूबर में फरवरी के बाद का सबसे बेहतर संग्रह है। (एजेंसी, हि.स.)
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