भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में एक बार फिर कोरोना (Corona) ने चिंता बढ़ा दी है. एमपी के 10 जिलों तक इसका संक्रमण (Infection) पहुंच गया है. कोरोना पॉजिटिव मरीजों (Corona positive patients) की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी के चलते एमपी के सभी जिलों में 10 और 11 अप्रैल को मॉक ड्रिल के निर्देश जारी हुए हैं. प्रदेश में अब कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 82 पहुंच गई है. वहीं पिछले 24 घंटे में मध्य प्रदेश में 35 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. राजधानी भोपाल में सिर्फ 27 मामले सामने आ गए. इसके अलावा इंदौर में पांच, जबलपुर में दो, खरगोन में एक मामला सामने आया है.
अब मध्य प्रदेश के 10 जिले संक्रमण से प्रभावित हो चुके हैं. इनमें उज्जैन, सागर, बड़वानी, ग्वालियर, खंडवा, जबलपुर, दतिया, नरसिंहपुर शामिल है. राहत देने वाली बात यह है कि कोरोना से मौत के मामले अभी रुके हुए हैं. मध्य प्रदेश में कोरोना से अभी तक 10,777 लोगों की मौत हो चुकी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से पूरे मध्य प्रदेश के कलेक्टर, मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन के नाम आदेश जारी हो गया है. इस आदेश में 10 और 11 अप्रैल को अस्पतालों में मॉक ड्रिल के निर्देश दिए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सुदामा खोड़े के मुताबिक कोरोना काल में प्रदेश के अस्पतालों में दी जाने वाली सुविधा की एक बार फिर समीक्षा की जाएगी. मध्य प्रदेश में पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है इसी बात को ध्यान में रखते हुए निर्देश दिए गए हैं. मॉक ड्रिल के वीडियो वेबसाइट पर अपलोड करने के लिए भी कहा गया है.
सरकारी अस्पतालों में आइसोलेटेड वार्ड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू सहित अन्य सुविधाओं को देखा जाएगा. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के पास पीपीई कीट और कोरोना से निपटने वाली मेडिसिन की उपलब्धता भी देखी जाएगी. जहां भी तैयारियों में खामी निकलेगी वहां पर दुरुस्त इंतजाम किए जाएंगे. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को एक बार फिर सतर्क कर दिया गया है.
कोरोना से निपटने के लिए वैक्सीनेशन एक महत्वपूर्ण और कारगर कदम है. हालांकि वैक्सीनेशन की ओर लोगों का रुझान बिल्कुल खत्म हो गया है. मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे में एक भी डोज नहीं लगा. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ वैक्सीनेशन को लेकर भी गति बढ़ाई जा सकती है.
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