डॉ दिलीप अग्निहोत्री
कोरोना की दूसरी लहर से स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी दबाब पड़ा है। इसका प्रभाव एकीकृत कोरोना केयर कमांड व वैक्सिनेशन पर भी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वास्थ्य वैक्सिनेशन और एकीकृत कमांड के प्रभावी संचालन के प्रति सक्रियता से प्रयास कर रहे हैं। इसके दृष्टिगत वह लगातार विभिन्न जनपदों की यात्रा कर रहे हैं। मुरादाबाद,बरेली,काशी के बाद वह गोरखपुर पहुंचे। इन सभी स्थानों पर वह आपदा प्रबंधन का स्वयं जायजा ले रहे हैं,उनका भौतिक परीक्षण निरीक्षण कर रहे हैं। वह पीड़ितों से भी सीधा संवाद कर रहे हैं। उनको मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ले रहे हैं। वह मंडल के अधिकारियों से भी वर्चुअल संवाद कर रहे हैं। एकीकृत कमांड में पहुंच कर मुख्यमंत्री वहां की व्यवस्था व कार्य प्रणाली को देख रहे हैं। विगत दिवस उन्होंने काशी से लौटकर लखनऊ में अधिकारियों को वैक्सिनेशन में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया था। उनके निर्देशों के क्रम में प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन की निरंतरता बनाए रखने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। इसके तहत कोविड वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है।
अठारह से चवालीस आयुवर्ग के टीकाकरण का यह कार्य चरणबद्ध ढंग से सभी जनपदों में विस्तारित किया जाएगा। इस आयुवर्ग को प्रदेश सरकार अपने संसाधनों से निःशुल्क टीकाकरण की सुविधा प्रदान कर रही है। प्रदेश में पैंतालीस वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लिए निःशुल्क टीकाकरण कार्यक्रम चार हजार से अधिक केन्द्रों में भारत सरकार के सहयोग से चलाया जा रहा है। टीकाकरण कार्यक्रम के सुचारू प्रबन्धन हेतु लोगों को प्री रजिस्ट्रेशन द्वारा टीकाकरण लगवाने की व्यवस्था की गयी है। योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एन्ड कंट्रोल सेंटर व स्पोर्ट्स कॉलेज में बन रहे डेडिकेटेड कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया। इसके अलावा उन्होंने बोइंग कंपनी द्वारा प्रस्तावित दो सौ बेड के आईसीयू अस्पताल के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी संसाधनों के साथ साथ विभिन्न कॉर्पोरेट व मल्टी नेश्नल कंपनियों के संयोग से प्रदेश में चिकित्सीय सुविधाओं के विस्तार की ओर एक बहुत बड़ा कदम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमितों को समुचित चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने को प्रदेश सरकार दृढ़ संकल्पित है। अधिकारी उन सभी स्थानों को चिह्नित करें जहां कोविड अस्पताल बनाए जा सकते हैं। हर स्थान पर सभी आवश्यक संसाधन युक्त ढाई सौ बेड के अस्पताल का लक्ष्य लेकर तैयारियों को यथाशीघ्र पूरा करें। उन्होंने कलेक्ट्रेट भवन स्थित इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एन्ड कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। प्रत्येक काउंटर पर जाकर वहां के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों को निर्देशित किया कि संक्रमितों के इलाज में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। हर प्रदेशवासी के जीवन की सुरक्षा सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है, इसमें किसी भी तरह की लापरवाही या शिथिलता अक्षम्य होगी।
उत्तर प्रदेश में कोरोना के प्रकोप में कमी बताई जा रही है,फिर भी प्रत्येक स्तर पर सजगता अपरिहार्य है। स्वास्थ्य सुविधाओं का सुदृढ़ करने के प्रयास जारी रखने हैं। इसके अंतर्गत ऑक्सीजन सहित अन्य मेडिकल जरूरतों की उपलब्धता भी शामिल है। केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार इस दिशा में आवश्यक कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजधानी लखनऊ से प्रदेश स्तर पर आपदा प्रबंधन की जानकारी ले रहे हैं। इसके दृष्टिगत वह अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे है। साथ ही विभिन्न जनपदों में पहुंचकर कर वह मेडिकल व एकीकृत कोविड़ कमांड का निरीक्षण कर रहे है। मुख्यमंत्री का उद्देश्य यह है कि किसी भी जरूरतमंद को परेशानी का सामना ना करना पड़े। पिछले कुछ दिनों में मुख्यमंत्री अनेक जनपदों की यात्रा पर गए थे। इस क्रम में उन्होंने अलीगढ़ मथुरा आगरा में भी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। वह कोरोना पीड़ितों से भी मिले,उनको मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी प्राप्त की।
अलीगढ़ यात्रा का महत्व
अलीगढ़ की यात्रा का विशेष महत्व रहा। यहां कमांड एन्ड कंट्रोल सेंटर का दौरा करने के बाद वह अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पहुंचे। यहां उन्होंने अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में एटा, कासगंज व हाथरस के अधिकारी भी शामिल हुए। एएमयू में पिछले दिनों अनेक प्रोफेसर, चिकित्सक एवं कर्मचारियों का निधन हुआ है। एएमयू के कुलपति ने कोरोना के नए वैरिएंट विकसित होने की आशंका जताई थी। नमूनों को भी आईसीएमआर भेजा गया है। मुख्यमंत्री ने दो दिन पहले कुलपति से फोन पर स्थिति की जानकारी ली थी। योगी ने कहा कि विश्वविद्यालय के परिसर में बड़ी संख्या में लोग रहते हैं। इन्हें कोविड संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी उपाय किये जाना आवश्यक है। अलीगढ़ दौरे के समय उन्होंने इस पर विशेष ध्यान दिया। कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकने व संक्रमित लोगों के उपचार में किसी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने वैक्सीनेशन पर खास जोर देते हुए कहा कि वैक्सीन कोरोना से बचाव का सुरक्षा चक्र है। कुछ लोग मौतों पर राजनीति कर भ्रम फैला रहे हैं। सभी को वैक्सीनेशन में भागीदार बनना है।
(लेखक वरिष्ठ स्तंकार हैं)