वैक्सीन महामारी की सभी तरह की नस्लों पर कारगर
अबू धाबी। कोरोना वायरस से जंग के लिए वैक्सीन का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। चीन की कोरोना वायरस वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो गया है। इसके तहत संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी शहर में 15 हजार लोगों को चीनी टीका लगाया जा रहा है। यह दुनिया की पहली ऐसी वैक्सीन है जिसके तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हुआ है। इस टीके का निर्माण चीन की कंपनी साइनोफार्म सीएनबीजी ने किया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से पंजीकृत इस वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल की शुरुआत यूएई के शेख अब्दुल्ला बिन मोहम्मद अल हमद ने किया। बताया जा रहा है कि यूएई में करीब 200 देशों के लोग रहते हैं, इसलिए यहां पर वैक्सीन के ट्रायल की अनुमति दी गई है। यूएई के अधिकारियों ने बताया कि इस ट्रायल में 15 वॉलंटियर हिस्सा ले रहे हैं। इस दौरान चीन के राजदूत भी मौजूद थे।
इस क्लिनिकल ट्रायल को बहुत ही सख्त नियमों के तहत कराया जा रहा है। चीनी कंपनी का दावा है कि पहले और दूसरे चरण में सफलता के बाद इस वैक्सीन का अब तीसरा ट्रायल शुरू किया गया है। साइनोफार्म कंपनी का दावा है कि 28 दिन के अंदर दो बार इस वैक्सीन की डोज देने पर 100 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी विकसित हो गया। इस तीसरे चरण के ट्रायल में 18 से 60 साल तक के लोग हिस्सा ले रहे हैं।
साइनोफार्म के अध्यक्ष यांग शिआओमिंग ने कहा कि यह इनएक्टीवेटेड कोरोना वायरस वैक्सीन इस महामारी की सभी तरह की नस्लों पर कारगर है। साथ ही इसका अन्य वैक्सीन की तुलना में बहुत कम दुष्प्रभाव है। उन्होंने कहा कि हाल ही में चीन के शिनफादी बाजार में मिले वायरस की नस्ल पर भी यह वैक्सीन कारगर है। बता दें कि अभी तक किसी भी कोरोना वायरस वैक्सीन को मंजूरी नहीं दी गई है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक 23 वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल चल रहा है। इनमें से तीन वैक्सीन अपने ट्रायल के तीसरे चरण में पहुंच गई हैं। अब तक 5,84,355 लोग इस महामारी से मारे जा चुके हैं। यह हमारी दुनिया के 196 देशों में फैल चुकी है।
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