मैनचेस्टर। इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला कल से शुरू होने जा रही है। यह कोरोना काल के बीच दूसरी अंतरराष्ट्रीय सीरीज होगी। दोनों टीमों के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला जाएगा।
कोरोनावायरस के बीच मार्च के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी इंग्लैंड में 8 जुलाई से हुई। वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में इंग्लैंड ने उन्हें 2-1 से मात दी थी। जबकि पाकिस्तान की टीम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के शुरू होने के बाद पहली बार मैदान पर उतरेगी।
इंग्लैंड की टीम पिछले छह साल से अपने घर में एक भी सीरीज नहीं हारी है, मगर पाकिस्तान के खिलाफ वह पिछले दस साल से एक भी सीरीज नहीं जीत सकी है। तो इस सीरीज को जीत इंग्लैंड अपना रिकॉर्ड सुधारने की कोशिश करेगा।
इंग्लैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी टेस्ट सीरीज 2010 में जीती थी, जब इंग्लैंड दौरे पर आई पाकिस्तानी टीम को उन्होंने 3-1 से हराया था। तब से अब तक दोनों देशों के बीच 4 टेस्ट सीरीज खेली गई हैं, जिसमें 2012 और 2015 में पाकिस्तान ने यूएई में जीत हासिल की। इंग्लैंड में खेली गईं 2016 और 2018 की दोनों सीरीज ड्रॉ रहीं।
इन दोनों टीमों का अगर ओवरऑल रिकॉर्ड देखा जाए तो इंग्लैंड पाकिस्तान से थोड़ा सा आगे है। इंग्लैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए कुल 83 मुकाबलों में से 25 में जीत दर्ज की है, जबकि 21 मैचों में पाकिस्तान ने बाज़ी मारी है और 37 मुकाबले ड्रॉ पर छूटे।
इंग्लैंड में अभी तक दोनों देशों के बीच 53 मैचों में सामना हुआ है, जिसमें इंग्लैंड ने 23 और पाकिस्तान ने 12 मैच अपने नाम किए हैं। जबकि, 18 मैच ड्रॉ रहे हैं।
पिच और मौसम की बात करें तो मैनचेस्टर में कल बारिश मैच में खलल डाल सकती है। ओल्ड ट्रैफर्ड की पिच पर तेज गेंदबाजों को हमेशा ही मदद मिलती है, मगर वेस्टइंडीज और इंग्लैंड की सीरीज में देखा गया था कि इस पिच पर स्पिन गेंदबाजों को भी खासी मदद मिल रही है, जिसके बाद पाकिस्तान के कोच मिस्बाह उल हक ने यह फैसला किया है कि उनकी टीम दो स्पिन गेंदबाजों के साथ इस मैच में उतरेगी। (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved