उज्जैन। 3 फरवरी से कोरोना के मामले जिले में तेजी से घट रहे हैं। इसी के चलते जिले में अब उपचाररत कोरोना के मरीजों की संख्या 500 के नीचे आ गई है। हालांकि अभी भी नए पॉजीटिव केस आ रहे हैं। आज भी पूरे जिले में 21 मरीज मिले हैं जिनमें से उज्जैन शहर के 6 हैं। बडऩगर और महिदपुर तहसील केस कम होने के बावजूद हाट स्पाट बने हुए हैं। उल्लेखनीय है कि इस महीने के आरंभ के दो दिन को छोड़ 3 फरवरी से लेकर 12 फरवरी तक लगातार कोरोना के मामले तेजी से घटते देखे गए हैं। इसी के साथ होम आईसोलेशन तथा कोविड सेंटरों में उपचार के लिए भर्ती मरीज भी तेजी से रिकवरी कर रहे हैं। इसी के चलते आज पॉजीटिव आए 21 मामलों के बावजूद पूरे जिले में कोरोना के उपचाररत मरीजों की संख्या घटकर अब 498 रह गई है। फरवरी महीने में अचानक कोरोना की तीसरी लहर का ग्राफ इस तरह नीचे आने के बाद अब जिले में कोरोना पॉजीटिव दर भी घटकर 1.14 प्रतिशत पर आ गई है। एक माह पहले तक यही दर 13 प्रतिशत के पार चली गई थी।
इसका मतलब यह है कि अब 400 सेम्पलों की जाँच में 5 लोगों में कोरोना संक्रमण पाया जा रहा है। कोरोना नियंत्रण जिला नोडल अधिकारी डॉ. एच.पी. सोनानिया ने बताया कि मामलों में तेजी से आ रही गिरावट लोगों की सावधानी और बड़े पैमाने पर हुए वैक्सीनेशन का नतीजा है। उज्जैन को ग्रीन झोन के दायरे में आने में अभी भी फरवरी महीना पूरा गुजर जाएगा। इसके बाद ही इस दायरे में उज्जैन आ पाएगा। इधर आज पॉजीटिव आए मामलों में उज्जैन शहर के 6 मरीज शामिल हैं, जबकि बडऩगर में 5, महिदपुर में 4, खाचरौद में 4 तथा तराना और घटिया में 1-1 मरीज नया मिला है। इधर रिकवरी रेट भी और बढ़ गया है तथा ठीक होने वालों की संख्या पॉजीटिव आ रहे मरीजों की संख्या से 97.23 प्रतिशत तक पहुँच गई है।
70 प्रतिशत से ज्यादा संक्रमण गाँवों में
पिछले एक हफ्ते में भले ही जिले में कोरोना पॉजीटिव मिल रहे मरीजों का आंकड़ा दहाई के अंक में आ गया हो लेकिन हैरत की बात है कि घटते मामलों के बीच उज्जैन शहर में मरीज कम मिल रहे हैं, जबकि तहसीलों में संक्रमण का ग्राफ अभी भी ऊंचा है। पिछले तीन दिनों में शहर तथा ग्रामीण इलाकों में पॉजीटिव आए मरीजों की संख्या में तुलना की जाए तो शहर के मुकाबले तहसीलों में 70 प्रतिशत नए संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। इसी के चलते बडऩगर और महिदपुर तहसीलें अभी भी कोरोना का हाट स्पाट बनी हुई है।
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