बैतूल। देश विदेश में कोरोना संक्रमण (corona infection) की तीसरी लहर और प्रदेश में कोरोना के नए मामले बढऩे के बाद अगस्त माह के पहले ही दिन बैतूल जिले में एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दे दी है। 15 जुलाई के बाद लगातार 16 दिनों तक जिले में कोई मरीज नहीं मिलने और आखरी कोविड मरीज के 20 जुलाई को डिस्चार्ज होने के बाद बैतूल जिला संक्रमण (Betul District Transition) मुक्त हो गया था। 11 दिन तक संक्रमण मुक्त रहने के बाद रविवार को आमला में एक कोरोना मरीज मिल गया है।
इसके साथ ही जिले में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 12 हजार 900 हो गई है, इधर दूसरी ओर संक्रमण का दूसरा दौर थमने के बाद न सिर्फ न सिर्फ आम नागरिक बल्कि प्रशासन भी कोरोना से बेपरवाह नजर आने लगा है। साप्ताहिक बाजार लगाने पर प्रतिबंध होने के बावजूद रविवार को जिला मुख्यालय में ही सदर और कोठीबाजार दोनों क्षेत्र में साप्ताहिक बाजार लगा रहा जिसे रोकने- टोकने वाला कोई नहीं था। जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर 16 जुलाई को पूरी तरह थम गई थी। 15 जुलाई को घोड़ाडोंगरी में कोविड मरीज मिलने के बाद 16 जुलाई से 31 जुलाई तक जिले में एक भी कोविड मरीज नहीं मिला था। आखरी कोविड मरीज भी 20 जुलाई को ठीक हो गया था। इसके बाद बैतूल जिला कोविड मुक्त हो गया था।
प्रतिबंध के बाद लग रहे बाजार
कोविड की दूसरी लहर थमने के बाद न सिर्फ आम नागरिक बल्कि प्रशासन भी बेपरवाह जैसा हो गया है। अधिकतर लोग बिना मास्क के निकलने लगे है। मार्केट में भीड़ बढ़ गई है। सोशल डिस्टेंस का कहीं भी पालन नहीं हो रहा है। प्रशासन द्वारा बैतूल शहर के साथ ही जिले में साप्ताहिक बाजार लगाने की अनुमति नहीं दी इसके बावजूद जिला मुख्यालय पर ही बिना रोक-टोक के साप्ताहिक बाजार लग रहे है। तो ग्रामीण क्षेत्रों में तो कार्रवाई की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। रविवार को भी शहर के सदर और कोठीबाजार में साप्ताहिक बाजार था। सदर क्षेत्र में सुबह से शाम तक और कोठीबाजार में दोपहर से शाम तक साप्ताहिक बाजार लगा। हालांकि बारिश के चलते बाजार में भीड़ अधिक नहीं थी लेकिन न तो सभी लोग मास्क पहने थे और न ही सोशल डिस्टेंस का पालन हो रहा था। इसके बावजूद बाजार लगने से रोकने वाला कोई नहीं था।
तो भुगतना होंगा खामियाजा
जिले में कोविड की पहली लहर समाप्त होने के बाद भी हम इसी प्रकार लापरवाह हो गए थे जिसके चलते खौफनाक दूसरी लहर का सामना करना पड़ा। अब दूसरी लहर समाप्त होने के बाद हम एक बार फिर वहीं गलती करने लगे है। सोशल डिस्टेंस का पालन करना तो दूर मास्क तक पहनना छोड़ दिया है। हमारी यही लापरवाही तीसरी लहर को निमंत्रण न दे देवे। रविवार को आमला में एक कोविड मरीज मिलने के बाद इसका सिलसिला तो शुरू हो गया है यदि हम अब भी नहीं सुधरे तो इसका खामियाजा भी हमें ही भुगतान होगा।
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