नई दिल्ली । कोरोना वायरस (corona virus) का एक नया म्यूटेंट वैरिएंट XE (New Mutant Variant XE) ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA.2 से करीब 10 गुना ज्यादा संक्रामक हो सकता है. इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चिंता जाहिर की है. XE ओमिक्रॉन के दो सब लीनेज BA.1 और BA.2 का रीकॉम्बिनेंट स्ट्रेन है. WHO ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि जब तक इसके ट्रांसमिशन रेट और बीमारी के व्यवहार में महत्वपूर्ण बदलाव नहीं देखा जाता तब तक इसे ओमिक्रॉन वैरिएंट से ही जोड़कर देखा जाएगा.
रिपोर्ट के मुताबिक, BA.2 की तुलना में इसकी कम्यूनिटी ग्रोथ रेट 10 प्रतिशत ज्यादा होने के संकेत मिले हैं. हालांकि, इसकी पुष्टि के लिए आंकड़ों की आवश्यकता है. WHO का कहना है कि BA.2 सब-वेरिएंट अब दुनियाभर के लिए सबसे बड़ी चिंता बन चुका है जिसके सीक्वेंस्ड मामलों की संख्या लगभग 86 फीसद है. बता दें कि XE स्ट्रेन का पहली बार यूके में 19 जनवरी को पता चला था और तब से 600 से ज्यादा XE मामलों की पुष्टि हो चुकी है.
ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (HSA) की मुख्य चिकित्सा सलाहकार सुजैन हॉपकिंस का कहना है कि अभी तक इसकी संक्रामकता, गंभीरता या उनके खिलाफ कोविड-19 टीकों की प्रभावशीलता के बारे में निष्कर्ष निकालने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं.
WHO ने रिपोर्ट में कहा कि वो XE जैसे रीकॉम्बिनेंट वैरिएंट से होने वाले खतरों को लगातार मॉनिटर करता रहेगा और इससे जुड़े साक्ष्य सामने आते है अपडेट देगा. XE के अलावा, WHO एक अन्य रीकॉम्बिनेंट वैरिएंट XD पर भी नजर रख रहा है, जो कि डेल्टा और ओमिक्रॉन का एक हाइब्रिड है. इसके ज्यादातर मामले फ्रांस, डेनमार्क और बेल्जियम में पाए गए हैं.
WHO ने बताया कि अभी तक सामने आए नए साक्ष्य XD के ज्यादा संक्रामक होने या इसके बहुत घातक परिणाम होने की पुष्टि नहीं करते हैं. इसलिए फिलहाल इसे लेकर चिंता करने की आवश्यकता नहीं है.
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