नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता में देश में कोरोना वायरस(Corona virus) महामारी की स्थिति को लेकर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश में पिछले 20 दिनों से नए मामलों की दैनिक संख्या 10 हजार से कम बनी हुई है। पिछले सप्ताह केस पॉजिटिविटी 0.65 फीसदी रही। अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान समय में देश में कोरोना के कुल सक्रिय मामलों में से 40.31 फीसदी मामले केवल केरल में हैं।
महाराष्ट्र में 32 तो दिल्ली में मिले ओमिक्रॉन के 22 केस
वहीं, ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variants) को लेकर अग्रवाल ने कहा कि देश में कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमण के अब तक 101 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। देश के 11 राज्यों में ओमिक्रॉन पहुंच चुका है। अग्रवाल ने आगे बताया कि कुल 101 मामलों में से महाराष्ट्र में 32, दिल्ली में 22, राजस्थान में 17, कर्नाटक व तेलंगाना में आठ-आठ, गुजरात में पांच और आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, तमिलनाडु तथा पश्चिम बंगाल में एक-एक मामला सामने आया है।
गैरजरूरी यात्रा और भीड़-भाड़ से दूरी बनाएं: डॉ. भार्गव
प्रेसवार्ता में मौजूद रहे आईसीएमआर (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर कहा कि यह ऐसा समय है जब हमें गैरजरूरी यात्रा और भीड़-भाड़ वाले आयोजनों से बचना चाहिए। जरूरी है कि हम त्योहारों को छोटे स्तर पर ही मनाएं। वहीं, अग्रवाल ने कहा कि देश में ओमिक्रोन अधिकतर मामले ट्रैवल हिस्ट्री वाले हैं या वो ट्रैवल हिस्ट्री वाले लोगों के संपर्क में आए हैं। उन्होंने बताया कि भारत में फिलहाल एंटीवायरल पील के इस्तेमाल की कोई योजना नहीं है।
यूरोप में हुई कोरोना के नए चरण की शुरुआत: डॉ. पॉल
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि यूरोप में संक्रमण के मामलों में लेजी आने के साथ वहां कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के नए चरण का अनुभव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कर पाना संभव नहीं है। फिलहाल यह निगरानी और वैश्विक महामारी के आकलन का एक जरिया है। हम इस बात का आश्वासन दे सकते हैं कि पर्याप्त और व्यवस्थित रूप से सैंपल लिए जा रहे हैं।
पॉल ने कहा कि जेनोवा एमआरएनए वैक्सीन के दूसरे आर तीसरे चरण का परीक्षण अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है। पूर्ण टीकाकरण, मास्क पहनना, बड़ी सभाओं से बचना बहुत महत्वपूर्ण है। भारत में उपलब्ध टीके प्रभावी हैं। वैक्सीन बूस्टर शॉट्स पर एक विज्ञान संचालित निर्णय लिया जाएगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved