भोपाल। नवंबर माह में कोरोना के प्रति जरा सी लापरवाही महंगी पड़ सकती है। क्योंकि नवंबर माह में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ सकता है। यह आशंका राजधानी सहित प्रदेशभर के चिकित्सकों, विशेषज्ञों व शोधकर्ताओं ने जाहिर की है। शोधकर्ताओं ने बताया गया कि मास्क पहनने और शारीरिक दूरियों को लेकर बरती जा रही सख्ती और लोगों की जागरूकता से कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम जरूर हुई है, लेकिन अगले माह से एक बार फिर इसके तेजी से बढऩे की आशंका है। उधर कोरोना के प्रति लोगों को जागरुक करने तथा स्वच्छता के लिए नगर निगम ने बोट क्लब पर कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहर के युवा शामिल हुए। वहीं स्कूली बच्चों ने पेंटिंग बनाकर स्वच्छता का संदेश दिया।
प्रदेश में दूसरे पायदान पर भोपाल
राजधानी भोपाल में कोरोना के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। शहर में संक्रमितों की संख्या बढ़कर साढ़े 19 हजार के पार हो गई है। शहर में अब तक कोरोना के 420 संक्रमित अपनी जान गवा चुके हैं। राहत की बात ये है कि, इनमें से 16975 लोग अब तक स्वस्थ हो चुके हैं। जबकि, शहर में अब भी 1943 एक्टिव केसेज हैं। यूं तो राजधानी में कोरोना संक्रमित मरीज लगातार मिल रहे हैं, लेकिन सितंबर के मुकाबले इस महीने आंकड़े कुछ राहत भरे हैं। अक्टूबर के शुरुआती 9 दिनों में 1993 कोरोना मरीज मिले हैं, जबकि सितंबर के पहले 9 दिन में 2030 मरीज मिले थे। ज्यादा राहत की बात यह है कि अब कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की रफ्तार में तेजी आ रही है। सितंबर के पहले सप्ताह में जहां 1513 लोग ठीक हुए थे, वहीं अक्टूबर के पहले सप्ताह में 2127 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। यही वजह है कि सितंबर के पहले सप्ताह में रिकवरी रेट जहां 74.53 प्रतिशत था जो अक्टूबर में बढ़कर 106.72त्न पर पहुंच गया है।
इन कारणों से बढ़ सकता है कोरोना का ग्राफ
विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा कहा कि आने वाले त्यौहार, मौसम की अनुकूलता और प्रदूषण के कारण कोरोना सक्रमण के फैलाव में एक बार फिर तेज वृद्धि देखने मिल सकती है। चिकित्सकों की राय थी कि संक्रमण तेजी से न फैले इसके लिए लोगों को ज्यादा जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने रोको-टोको अभियान को सख्ती से चलाए जाने पर जोर दिया।
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