नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना (global pandemic corona) का कहर इस समय चल रहा है, हालांकि संक्रमण की चेन पर लगाम जरूर लग गई है। देश में कोरोना की रफ्तार धीरे-धीरे कमजोर पड़ रही है। पिछले 24 घंटे में शनिवार सुबह तक देश में कोरोना के 22,270 नए मरीज मिले हैं। इस अवधि में कोरोना को मात देने वाले लोगों की संख्या 60 हजार 298 है। इस दौरान कोरोना संक्रमित 325 मरीजों की मौत हो गई।
बा दें कि देश में कोरोना वायरस से ठीक होने वालों की कुल संख्या चार करोड़, 20 लाख , 37 हजार, 536 हो गई है। इस दौरान रिकवरी रेट बढ़कर 98.21 प्रतिशत हो गया है। देश में एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 2 लाख, 53 हजार 739 तक पहुंच गई है। दैनिक संक्रमण दर 1.80 प्रतिशत है।
जबकि दूसरी ओर कोरोना से होने वाली दैनिक मृत्यु के आंकड़ों में जबरदस्त खेल हुआ है। आंकड़ों के इसी खेल के चलते फरवरी में 15 हजार से ज्यादा मौतें दर्ज की गईं। यह संख्या पिछले साल जुलाई में हुई मौतों के आंकड़ों के बाद सबसे ज्यादा है। जुलाई में 24 हजार से ज्यादा मौतें दर्ज की गई थीं, लेकिन अचानक से मौतों की संख्या में हुए इस इजाफे के पीछे नई बात निकलकर सामने आई है। फरवरी में कोरोना से सिर्फ 8,673 मौतें ही दर्ज की गई हैं, जबकि, इन आंकड़ों में 6,329(42%) पुरानी मौतों को जोड़ा गया है, जिससे यह संख्या 15 हजार पार कर गई। ऐसा ही खेल जनवरी में हुआ था। जनवरी में 14,752 मौतें दर्ज की गई थीं, जिसमें 5483 मौतों को जोड़ा गया था।
मीडिया खबरों के अनुसार कोरोना की पहली व दूसरी लहर में हुई मौतों को फरवरी में जोड़ने के मामले में केरल सबसे आगे रहा। केरल में फरवरी में 6217 मौतें दर्ज की गईं। इसके अलावा महाराष्ट्र में 936, कर्नाटक में 759, बंगाल 488, तमिलनाडु में 406 और गुजरात में 401 मौतें दर्ज की गईं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को 200 से कम दैनिक मौतें दर्ज की गईं, यह 10 जनवरी के बाद सबसे कम है। वहीं 22,191 नए कोरोना मरीज भी सामने आए। यह संख्या 31 दिसंबर के बाद सबसे कम है।
देश में कोरोना महामारी से अब तक 5,10,905 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 1,43,532 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई। इसके अलावा केरल में 63,338 लोगों की मौत, कर्नाटक में 39,738, तमिलनाडु में 37,962, दिल्ली में 26,091, उत्तर प्रदेश में 23,419 तथा पश्चिम बंगाल में 21,094 लोगों की मौत हुई।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य गंभीर बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।