नई दिल्ली। अगर आने वाले महीनों में कोविड-19 (COVID-19) की वजह से संक्रमण (infection) तेजी से बढ़ने लगता है, तो ऐसे में भारत (India) की मौजूदा स्वास्थ्य प्रणाली (health system) हर दिन लगभग 2 से 4 लाख मामलों का भार उठाने के लिए तैयार है। कोरोना वायरस वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) पर भारत की शीर्ष संस्था के प्रमुख ने यह जानकारी दी। टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के प्रमुख डॉ एनके अरोड़ा ने कहा कि दवाओं, बिस्तरों, ऑक्सीजन सिलेंडरों आदि के मामले में स्वास्थ्य संबंधी किसी भी आपात स्थिति को संभालने के लिए देश तैयार है। एनटीएजीआई एक शीर्ष पैनल है, जो कि भारत में कोविड-19 टीकों के उपयोग और वितरण पर सभी जरूरी निर्णय लेता है।
अरोड़ा ने भारत में पिछले सप्ताह कोरोना के BA.4 और BA.5 वेरिएंट का पता लगने का हवाला देते हुए कहा, “भारत वर्तमान में तीसरी लहर के बीच में है और हमने कोविड-19 के बारे में जो सीखा है, वह यह है कि अलग-अलग लहरों के लिए अलग-अलग वेरिएंट जिम्मेदार हैं और आगे भी ऐसा ही होने की संभावना है. अभी, भारत में कोरोना की तीसरी लहर की वजह ओमिक्रॉन वेरिएंट है.” उन्होंने आगे कहा, “ऐसे देश जो BA.4 और BA.5 की वजह से कोरोना लहरों को देख चुके हैं, उनके अध्ययनों और रिपोर्टों के अनुसार ये वेरिएंट इसी समूह के अन्य वेरिएंट की तुलना में अधिक तेजी से फैलते हैं।”
प्रतिदिन लगभग 2-4 लाख रोगियों का भार उठाने के लिए भारत तैयार
उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह है कि हमें अगले आने वाले महीनों में इन वेरिएंट्स के व्यवहार को और अधिक बारीकी से देखने की जरूरत है। अरोड़ा ने कहा, “हालांकि हम अगले 5-6 महीनों के लिए किसी भी नई लहर की उम्मीद नहीं करते हैं, लेकिन अगर दुनिया भर में कोई नया वेरिएंट सामने आता है तो यह जरूरी है कि हम अपनी तरफ से हर संभव तैयारी रखें.” उन्होंने कहा, “कोरोना के खिलाफ जंग में निगरानी की उच्च गुणवत्ता, व्यापक कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और मजबूत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली सबसे अहम हैं. आज भारत की स्वास्थ्य प्रणाली गंभीर बीमारी के मामले बढ़ने पर अस्पतालों में प्रतिदिन लगभग 2-4 लाख रोगियों का भार उठाने के लिए तैयार है।
भारत में बीए.4, बीए.5 की मौजूदगी की पुष्टि
गौरतलब है कि इन्साकोग ने बीते 22 मई को कोरोना वायरस के स्वरूप ओमिक्रॉन के दो उप-स्वरूप बीए.4 और बीए.5 की भारत में मौजूदगी की पुष्टि की है, जिनमें से एक मामला तमिलनाडु, जबकि दूसरा मामला तेलंगाना में पाया गया है. भारतीय सार्स-सीओवी-2 अनुक्रमण संघ (इन्साकोग) ने रविवार को एक बयान में कहा कि तमिलनाडु की एक महिला वायरस के उप-स्वरूप बीए.4 से संक्रमित पाई गई है, बयान के मुताबिक, महिला में हल्के लक्षण हैं और वह कोविड-रोधी टीके की दोनों खुराक ले चुकी है तथा उसने कहीं यात्रा भी नहीं की है. बयान के मुताबिक, तेलंगाना में 80 वर्षीय व्यक्ति में वायरस के उप-स्वरूप बीए. 5 की पुष्टि हुई है. बुजुर्ग व्यक्ति में हल्के लक्षण हैं और वह कोविड-रोधी टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं तथा उन्होंने कहीं यात्रा भी नहीं की है।
सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में मिले बीए.4 और बीए.5 के मरीज
ये सबसे पहले इस साल की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका से रिपोर्ट किए गए थे और अब कई अन्य देशों से रिपोर्ट किए जा रहे हैं. ओमिक्रॉन के दो उप-स्वरूप बीए.4 और बीए.5 वैश्विक स्तर पर फैल रहे हैं. इन दोनों उप-स्वरूप के मामले इस साल की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका में सामने आए थे और अब कई अन्य देशों में भी इनकी पुष्टि हो रही है.
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