बीजिंग: चीन का आर्थिक राजधानी शंघाई देश की कोरोना राजधानी (Covid cases in China) भी बनती जा रही है. बीजिंग में रविवार को 2003 में सार्स महामारी के दौरान आखिरी बार इस्तेमाल किए गए एक अस्थायी अस्पताल को फिर से खोल दिया गया है. शहर में चल रहे कोविड के प्रकोप के बीच 4,000 बेड वाले अस्पताल को फिर से तैयार कर लिया गया है. इसके साथ ही बीजिंग में सोशल डिस्टेंसिंग और रेस्तरां में भोजन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
बीजिंग में रविवार को शहर के सबसे अधिक आबादी वाले और कोविड प्रभावित जिले चाओयांग में लोगों के लिए बड़े पैमाने पर टेस्टिंग शुरू किया गया. यहां एक हफ्ते में चार बार लोगों की टेस्टिंग की जा रही है. इसके साथ ही बीजिंग में यूनिवर्सल स्टूडियो थीम पार्क को बंद कर दिया गया है. लोगों से कहा गया है कि सार्वजनिक जगहों पर एंट्री के लिए उन्हें कोरोना की नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट दिखानी होगी.
वहीं, शंघाई में कुछ इलाकों में जीरो कोविड केस होने पर निवासियों को बाहर निकलने की अनुमति दी गई. नगर स्वास्थ्य आयोग ने रविवार को कहा कि शहर में शनिवार को स्थानीय रूप से 7,084 कोविड केस मिले. 37 लोगों की मौत हुई है. बीजिंग नगर स्वास्थ्य आयोग के उप निदेशक ली आंग ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, बीजिंग में अब तक लगभग 4,000 बिस्तर कोविड संक्रमण के लिए रिजर्व किए गए हैं. जरूरत पड़ने पर अधिक स्थानों को बड़े पैमाने पर अस्थायी अस्पतालों में तब्दील किया जा रहा है.
वैश्विक सप्लाई चेन हो सकती है प्रभावित
चीन में शंघाई सहित कई बड़े शहरों में कोरोना वायरस का संक्रमण काफी अधिक फैला हुआ है. इसके चलते यहां फैक्ट्रियां बंद हैं और सड़कें सूनी पड़ी हुई हैं. लॉकडाउन के कारण मांग काफी अधिक गिर गई है, इससे वैश्विक सप्लाई चेन के प्रभावित होने की आशंका काफी बढ़ गई है. कड़े प्रतिबंधों के चलते चीन में अप्रैल महीने में मंदी काफी बढ़ गई. फैक्ट्री आउटपुट और अधिक गिर गया और मांग अनुमान से भी कम रही.
पीएमआई (PMI) अप्रैल महीने का पहला ऐसा आधिकारिक डेटा है, जो कोरोना वायरस महामारी और सरकार की जीरो-कोविड पॉलिसी (Zero Covid Policy) के चलते अर्थव्यवस्था को हुए व्यापक नुकसान को दर्शा रहा है. फैक्ट्री एक्टिविटी दो से अधिक साल के न्यूनतम स्तर पर आ गई है. आधिकारिक मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई मार्च के 49.5 से गिरकर 47.4 पर आ गई है. शनिवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved