अहमदाबाद । राज्य में अब तक कोरोना के 1,23,337 मामले सामने आ चुके हैं। अब तक राज्यभर में कोरोना से 3,322 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। राज्य में कोरोना के प्रकोप को देखते हुये अब नवरात्र के आयोजनों पर भी संशय दिख रहा है। नवरात्र आयोजन हो या न हो इस पर बहस तेज हो गई है। इसी गुजरात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल का बयान आया है।
सोमवार को गुजरात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से मानता हूं कि कोरोना संकट में नवरात्र की योजना नहीं बनाई जानी चाहिए। पाटिल ने कहा कि सरकार नवरात्र से जुड़े सभी नेताओं से बात करने के बाद फैसला लेगी। हालांकि, सरकार ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं लिया है। इससे पहले उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा था कि सरकार लोगों की राय ले रही है और इसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि राज्य के डॉक्टर भी कोरोना संकट में नवरात्र पर किसी भी सार्वजनिक आयोजनों के खिलाफ हैं। डॉक्टरों का मानना है कि अगर नवरात्र पर बड़े और सामूहिक आयोजन किये गए तो कोरोना के बचाव व राहत कार्य का असर कम हो जायेगा। कई बड़े डॉक्टरों ने पहले चेतावनी दी थी कि यदि राज्य में नवरात्र पर सामूहिक बड़े आयोजन किये गये तो राज्य में कोरोना का प्रकोप और बढ़ सकता है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर कोरोना मरीजों का इलाज नहीं करेंगे। नवरात्र के आयोजनों की अनिश्चितता को लेकर अहमदाबाद और राजकोट सहित गरबा आयोजकों ने सीएम रूपानी से मुलाकात की है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
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