ब्रसेल्स । हेल्थ इमर्जेसी पर चर्चा के लिए हुई यूरोपीय कमीशन की बैठक (European Commission meeting) में कोरोना Corona (Covid-19) महामारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं । जर्मनी (Germany ) ने डब्ल्यूएचओ पर चीन (China) के दबाव में काम करने का आरोप लगाया, जिसके चलते महामारी के संबंध में दुनिया को विलंब से आगाह किया गया। अमेरिका के बाद जर्मनी दूसरा देश है जिसने इस तरह का आरोप वैश्विक संस्था पर लगाया है।
आरोप में कहा गया है कि 2019 के अंतिम महीनों में कोविड चीन में प्रभावी रूप ले गया था लेकिन उसके बारे में दुनिया को सूचित करने में विलंब किया गया और महामारी की घोषणा भी देर में हुई। बैठक में किसी भी महामारी की स्थिति में यूरोपीय यूनियन (ईयू) के सभी 27 सदस्य देशों में हेल्थ इमर्जेसी लगाने और इसके तहत आवश्यक कदम उठाने की रूपरेखा पर विचार किया गया। इसके लिए तालमेल का खाका तैयार करने का निर्णय लिया गया।
डब्ल्यूएचओ के तालमेल से तैयार होने वाली व्यवस्था में इमर्जेसी की स्थिति में एक आपात तंत्र कार्य करना शुरू कर देगा और स्वास्थ्य सेवाओं को उसका लाभ मिलने लगेगा। यूरोपीय देशों में कोविड महामारी के दौरान टेस्टिंग, क्वारंटाइन नियमों और यात्रा नियमों को लेकर जो तालमेल का अभाव देखने को मिला, नए तंत्र में उसे भी दूर करने का प्रयास होगा। यह तंत्र कुछ ही दिनों में तैयार कर लिया जाएगा और आवश्यकतानुसार इसे लागू किया जा सकेगा।
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