उज्जैन। पिछले एक महीने से लगातार जिले में कोरोना के एक्टिव मामले 1500 के पार चल रहे थे। इसके बाद आज सुबह जाकर यह मामले 1500 से नीचे आए हैं जिसके पीछे बड़ा कारण यह है कि कल एक ही दिन में ठीक हुए 260 लोगों की छुट्टी की गई। इसके साथ ही नये केस भी लंबे समय बाद सौ से नीचे आए। उल्लेखनीय है कि कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत उज्जैन में 8 दिसंबर से हो गई थी। देखते ही देखते 15 दिनों में पूरे जिले में कोरोना संक्रमण फैल गया था और एक माह पहले तक जिले में कोरोना के एक्टिव केस 1500 के पार चले गए थे। इसके पीछे बड़ा कारण यह था कि तीन हफ्ते से लगातार जिले में कोरोना के रोज 250 पार तक केस आने लगे थे। हालांकि एक हफ्ते से संक्रमण कुछ कम हुआ है फिर भी मामले सौ से ऊपर ही चल रहे थे। इधर कल ठीक होने पर अस्पतालों से 260 मरीजों की छुट्टी होने के बाद लगभग एक महीने बाद एक्टिव केस घटकर 1394 तक पहुंचे हैं। इसमें 73 मरीज नये शामिल हैं। आज सुबह 2082 सेम्पलों की जांच में 73 नये मामले सामने आए हैं। इनमें उज्जैन शहर के केवल 31 मामले हैं। 1394 एक्टिव मरीजों में से अधिकांश मरीज अभी भी होम आईसोलेशन में उपचार करा रहे हैं जबकि अस्पतालों में 20 मरीज भर्ती हैं।
मामले घटे फिर भी गाँवों में 60 फीसदी संक्रमण
कई दिनों बाद आज जारी बुलेटिन में कोरोना के नये सौ से कम केस आए हैं। इनमें आज आए 73 मामलों में से 31 मामले उज्जैन शहर के हैं, जबकि शेष 42 मामले ग्रामीण और तहसीलों में मिले हैं। पिछले दो हफ्ते से यह देखने में आ रहा है कि शहरी क्षेत्र के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में कोरोना के ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। आज भी कुल मामलों का 60 प्रतिशत मरीजों का आंकड़ा तहसीलों से ही आया है। इनमें बडऩगर तहसील में 12, महिदपुर में 10, घटिया में 11, खाचरौद में 5 एवं नागदा में 2 मरीज मिले हैं।
24 हजार के करीब पहुँचे पॉजीटिव केस
कोरोना की शुरुआत जिले में 23 मार्च 2020 से हुई थी। उसके बाद से लेकर दूसरी लहर तक उज्जैन जिले में कोरोना के कुल मरीजों का आंकड़ा 19 हजार एक तक पहुंच गया था। इधर पिछले साल 8 दिसंबर से शुरू हुई कोरोना की तीसरी लहर में अब तक जिले में पॉजीटिव मरीजों की संख्या 23 हजार 926 तक पहुंच गई है। यह आंकड़ा बढ़े-बढ़ते 24 हजार के करीब पहुंच गया है। पहली, दूसरी तथा तीसरी लहर में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 174 तक पहुंच गई है।
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