भोपाल। राजधानी में लॉकडाउन के 9 वें दिन 142 नए मामले सामने आए हैं। उधर पीएचक्यू ने पुलिसकर्मियों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उनकी छुट्टियों पर रोक लगा दिया है। पीएचक्यू के आदेश के बाद पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया है। आज आई कोरोना रिपोर्ट में भाजपा प्रदेश कार्यालय में रहने वाले 23 साल के एक युवक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं पुलिस कंट्रोल रूम से एक जवान, कोतवाली परिसर से एक व्यक्ति, पुलिस लाइंस नेहरू नगर से एक, गोविंदपुरा पुलिस लाइंस से एक व्यक्ति, 23 वीं बटालियन भदभदा रोड से एक जवान, प्रोफेसर कॉलोनी से 2, रेलवे कॉलोनी हबीबगंज से 2 लोग, तिलक चौक बैरसिया से 3 लोग, राम मंदिर से एक महिला, गुफा मंदिर लालघाटी से एक ही परिवार के 2 लोग, तुलसीनगर से एक ही परिवार के 2 लोग तथा बैरागढ़ में 6 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
इधर पुलिसकर्मियों का विरोध शुरू
इस आदेश के बाद पुलिसकर्मियों में भी अब विरोध शुरू हो गया है। एक-दूसरे को वह वाट्सएप पर सवाल पूछकर सवाल कर रहे हैं। हालांकि अब तक इस पर किसी ने भी सार्वजनिक रूप से विरोध नहीं जताया है।
255 से अधिक पुलिसकर्मी और अधिकारी चपेट में
प्रदेश में अब तक 255 पुलिसकर्मी और अधिकारी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में अब पीएचक्यू ने उनकी छुट्टी पर रोक लगा दी है। बहुत जरूरी होने पर पारिवारिक और बीमार होने पर भी छुट्टी मिल पाएगी। इस दौरान भी मुख्यालय छोडऩे पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने सवाल किया है- 24 घंटे की सभी तरह की ड्यूटी के बाद भी कोरोना नहीं फैलता है, लेकिन सिर्फ छुट्टी लेने पर कोरोना कैसे फैल जाता है? पीएचक्यू के जारी आदेश में कहा गया है कि पहले ही सभी पुलिस ईकाईयों को कोरोना की गाइड लाइन का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन इसका पालन नहीं किया गया। इसके कारण प्रदेश में 255 पुलिसकर्मी और अधिकारी संक्रमित हो चुकी हैं, जबकि इसके चार गुना से ज्यादा क्वारैंटाइन किए जा चुके हैं। अब आगे से किसी मुख्यालय छोड़कर जाने वाली छुट्टियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाती है। अभी आईजी की अनुमति के बिना अवकाश नहीं दिया जाएगा। छुट्टी भी बहुत जरूरी होने पर सिर्फ पारिवारिक और बीमारी कारण से दी जाएगी। इसके बाद भी मुख्यालय छोडऩे की अनुमति नहीं होगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved