भोपाल। प्रदेश में बढ़ते कोरोरा संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अलर्ट जारी कर दिया है। उन्होंने आज सुबह वीडियो कॉफ्रेसिंग में कहा कि कोरोना नीचे तक फेल रहा है। सभी अधिकारी अलर्ट रहें। खासकर इंदौर कलेक्टर को सख्ती बरतने को कहा है। क्योंकि प्रदेश में 30 फीसदी कोरोना केस इंदौर में हैं। मुख्यमंत्री ने आज सुबह क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक ले रहे हैं। जिसमें मंत्री, विधायक, जिला, ब्लॉक एवं पंचायत स्तर की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियां एवं सभी प्रमुख अधिकारी शामिल रहे। बैठक में मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन से फिलहाल इंकार किया है। उन्होंने लोगों से विशेष सावधानी बरतने को कहा है।
बड़े शहरों में सख्ती पहले
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन में ज्यादा केस हैं। यहां सख्ती बरतने की जरूरत है। संभवत: इन महानगरों में आज से विशेष सख्ती की जा सकती है।
पांच मंत्री कोरोना की चपेट में
प्रदेश में पांच मंत्री कोरेाना की चपेट में आ चुके हैं। गुरुवार को तीन मंत्री विश्वास सारंग, तुलसी सिलावट और कमल पटेल ने कोरोना संक्रमित होने की सूचना दी। इससे पहले गोविंद सिंह राजपूत और महेन्द्र सिंह सिसौदिया कोरेाना की चपेट में आ चुके हैं।
प्रदेश के कल से स्कूल बंद
कोरेाना के चलते प्रदेश में कल से सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है। 31 जनवरी तक स्कूल बंद रहेंगे। साथ ही सभी तरह की रैलियां, सभाएं एवं बड़े आयोजनों पर रोक लगा दी है। खेल गतिविधियों में दर्शक शामिल नहंी होंगे। प्री-बोर्ड की परीक्षाएं 20 जनवरी से थी, अब ऑनलाइन परीक्षाएं होंगी। मेले नहीं लगेंगे। मुख्यमंत्री ने आज कोरेाना की चलते अन्य बंदिशें लागू करने का फैसला लिया है।
आर्र्थिक गतिविधियां बंद नहीं होंगी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार की पूरी कोशिश है कि आर्थिक गतिविधियां बंद न हों। हालांकि नाइट कफ्र्यू जारी रहेगा। मुख्यमंत्री ने संकेत दिए हैं कि यदि हालात नहीं सुधरे तो फिर सरकार को सख्त कदम उठाने पड़ सकते हैं। मुख्यमंत्री सभी अफसर खासकर जिला कलेक्टरों से कहा कि वे जिलों में कोरोना की नियमित समीक्षा करें। फिलहाल सार्वजनिक कार्यक्रम एवं भीड़भाड़ पर अंकुश लग सकता है।
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