चुनाव का गणित देखेंगे गृहमंत्री, किसको टिकट देने से होगा नफा-नुकसान
इन्दौर। प्रदेश के 16 नगर निगम (Nagar nigam) में महापौर (Mayor) उम्मीदवार को लेकर भाजपा अभी तक ठोस निर्णय पर नहीं पहुंच सकी है। इंदौर और भोपाल जैसे जिलों में महापौर के दावेदारों की भरमार है, लेकिन पार्टी इस बार नए चेहरे पर दांव लगाना चाहती है, ताकि संगठन की नई पीढ़ी के मार्फत नगर सरकार तक पहुंचा जा सके। इसको लेकर आज संगठन ने प्रभारी मंत्रियों को मंथन करने जिलों में भेजा है।
महापौर उम्मीदवार के चयन के लिए भाजपा संगठन ने अभी तक किसी प्रकार की गाइड लाइन जारी नहीं की है और न ही पार्षद पद के प्रत्याशियों को लेकर कोई नियम बनाए हैं। कल भोपाल में महत्वपूर्ण बैठक है और माना जा रहा है कि उसी बैठक में गाइड लाइन जारी कर दी जाएगी। उसके पहले संगठन ने प्रभारी मंत्रियों को एक तरह से निर्वाचन अधिकारी बनाकर उनके प्रभार वाले जिलों में भेजा है। गृहमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा आज भाजपा कार्यालय में कोर कमेटी की बैठक ले रहे हैं। कोर कमेटी की बैठक में महापौर प्रत्याशी के नामों पर मंथन किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि गोपनीय तौर पर होने वाली इस मीटिंग में प्रभारी मंत्री मिश्रा वरिष्ठ नेताओं से संभावित नामों को लेकर विचार करेंगे। साथ ही अलग-अलग भी पूछा जाएगा कि किसको टिकट देने से क्या समीकरण बनेंगे और इससे पार्टी को कितना नफा-नुकसान होगा। वैसे नुकसान भाजपा नहीं चाहती है और आसानी से जीतने वाले चेहरे पर ही दांव लगाएगी। हालांकि वर्तमान विधायक और 50 साल की उम्र से अधिक के नेताओं को टिकट नहीं देने की खबरें भोपाल से उड़ी हैं, जिसको लेकर इंदौरी नेता भी असमंजस की स्थिति में हैं। इसके साथ ही पहले दौर में घोषित किए जाने वाले पार्षद प्रत्याशियों के नामों पर भी बैठक में विचार किया जा सकता है।
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