इंदौर। प्राधिकरण (authority) ने 10 हजार की बैठक क्षमता वाले कन्वेंशन सेंटर (Convention center) के निर्माण का निर्णय बोर्ड में तो ले लिया, मगर भू-उपयोग (land use) के चलते प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में पड़ा रहा। योजना 172 (Scheme 172) में जिन जमीनों पर कन्वेंशन सेंटर की प्लानिंग (Planning) की उन पर वर्तमान मास्टर प्लान (master plan) 2021 में आवासीय (residential) भूउपयोग है, जिसे व्यावसायिक (commercial) करने का प्रस्ताव शासन को भेजा था। अब आचार संहिता खत्म होने के तुरंत बाद शासन के निर्देश पर नगर तथा ग्राम निवेश ने उपांतरण की प्रक्रिया शुरू करते हुए दावे-आपत्तियां आमंत्रित किए हैं। अब आवासीय जमीनों पर कन्वेंशन सेंटर और एक्जीबिशन सेंटर की अनुमति मिल सकेगी।
प्राधिकरण ने कन्वेंशन सेंटर के साथ-साथ सुपर कॉरिडोर पर स्टार्टअप पार्क का भी प्रोजेक्ट बनाया था, मगर वह भी तकनीकी कारणों से उलझा पड़ा है। दरअसल सुपर कॉरिडोर में जो मान्य गतिविधियां और अन्य मापदंड हैं उनके मुताबिक प्राधिकरण का स्टार्टअप पार्क उतनी ऊंचाई का नहीं बन पा रहा है। उसके लिए भी आवास एवं पर्यावरण मंत्रालय को नियमों में संशोधन करने का अनुरोध किया गया था, मगर वह मामला अभी ठंडे बस्ते में ही पड़ा हुआ है। अलबत्ता प्राधिकरण के योजना 172 मेंं बनने वाले कन्वेंशन सेंटर के भू-उपयोग की बाधा जल्द ही दूर हो जाएगी। प्राधिकरण ने खसरा नंबर 322 और 334 पर कन्वेंशन सेंटर प्रस्तावित किया है, जिसका भू-उपयोग फिलहाल आवासीय है। अब नगर तथा ग्राम निवेश ने मास्टर प्लान 2021 में धारा 23 के प्रावधानों के तहत उपांतरण प्रस्ताव तैयार किया है और 30 जून की समयसीमा दावे-आपत्ति, सुझाव के लिए निर्धारित की है। अगर 20 दिनों में किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं आती है तो संचालनालय इस उपांतरण प्रस्ताव की मंजूरी दे देगा और आपत्ति आने पर सुनवाई के साथ उसका निराकरण करना पड़ेगा। फिलहाल कन्वेंशन और एक्जीबिशन सेंटर को आवासीय जमीनों पर मंजूरी नहीं दी जाती है। पीएसपी और व्यावसायिक भूखंड, जमीनों पर ही इसकी मंजूरी मिलती है। अब मास्टर प्लान में उपांतरण हो जाने के पश्चात प्राधिकरण के साथ-साथ अन्य कोई निजी डेवलपर भी अपनी आवासीय जमीनों पर कन्वेंशन सेंटर बना सकेगा।
प्रवासी सम्मेलन में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में मचा था हल्ला
इंदौर में अभी ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर ही एकमात्र है, जहां ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट से लेकर पहला प्रवासी भारतीय सम्मेलन गत वर्ष हुआ था। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिस्सा लिया था और विदेशों से बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय इंदौर पहुंचे थे और मोदी को सुनने के लिए वे हॉल में प्रवेश नहीं कर सके थे, जिसको लेकर जबरदस्त हंगामा भी मचा और तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को प्रवासियों से माफी मांगना पड़ी थी। दरअसल ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में हजार-डेढ़ हजार की ही बैठक क्षमता है और उसमें हजारों लोग पहुंच गए थे। इसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्राधिकरण ने दस हजार की बैठक क्षमता वाले कन्वेंशन सेंटर बनाने की घोषणा कर दी, ताकि भविष्य में इस तरह के बड़े आयोजन के लिए पर्याप्त उपलब्ध हो सके।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved