नई दिल्ली: भारत और अमेरिका का चीन के साथ तनाव जारी है. चीन के साथ भारत का सीमा विवाद अभी भी बरकरार है, जबकि अमेरिका भी चीन की हरकतों से परेशान है. हालांकि, तीनों ही देशों ने अपने-अपने विवादों को भुलाते हुए साथ मिलकर सैन्य अभ्यास किया है. दरअसल, मंगोलिया में बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास चल रहा है, जिसे Exercise Khaan Quest-2023 के तौर पर जाना जाता है. अमेरिका, भारत और चीन तीनों ही देश इस बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास का हिस्सा बने हैं.
वहीं, दक्षिण कोरिया, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ ‘एक्सरसाइज खान क्वेस्ट-2023’ में लगभग 20 देश हिस्सा ले रहे हैं. सैन्य अभ्यास की शुरुआत सोमवार से हुई. मंगोलिया के राष्ट्रपति उखनागिन हुरेलसुख ने सैन्य अभ्यास का उद्घाटन किया. मंगोलिया की सेना और यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी पैसिफिक कमांड (USARPAC) इस सैन्य अभ्यास के स्पॉन्सर हैं. इस साल सैन्य अभ्यास Exercise Khaan Quest-2023 का 19वां एडिशन है.
क्या है सैन्य अभ्यास का मकसद?
कुल मिलाकर 1100 सैन्यकर्मी मंगोलिया की राजधानी उलन बाटोर के पास ‘फाइव हिल्स ट्रेनिंग एरिया’ में सैन्य अभ्यास किया जा रहा है. 14 दिनों तक चलने वाले सैन्य अभ्यास का मकसद हिस्सा लेने वाले मुल्कों के बीच इंटर-ऑपरेबिलिटी को बढ़ाना है. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि यूनाइटेड नेशन पीसकीपिंग ऑपरेशन (UNPKO) के सैन्यकर्मियों को ट्रेनिंग देना और उनके साथ एक्सपीरियंस शेयर करना इस सैन्य अभ्यास का मकसद है.
यह सैन्य अभ्यास भविष्य के संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों के लिए इसमें हिस्सा लेने वाले मुल्कों को भविष्य के अभियानों के लिए तैयार करेगा. इससे शांति मिशन को ऑपरेट करने की क्षमताएं तैयार होंगी और सैन्य तैयारी भी बढ़ेगी. इस अभ्यास में कमांड पोस्ट एक्सरसाइज (सीपीएक्स), फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज (एफटीएक्स), युद्ध के दौरान होने वाली चर्चा, लेक्चर और प्रदर्शन शामिल हैं.
गढ़वाल राइफल्स की टुकड़ी कर रही भारत का प्रतिनिधित्व
भारत की तरफ से भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व गढ़वाल राइफल्स की एक टुकड़ी कर रही है. सैन्य अभ्यास भारतीय सेना और भाग लेने वाले मुल्कों के बीच विशेष रूप से मंगोलियाई सशस्त्र बलों के साथ रक्षा सहयोग के स्तर को बढ़ाने का काम करेगा. इससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध भी बढ़ेंगे.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved