कोलकाता। पश्चिम बंगाल(West Bengal) में जैसे-जैसे पहले चरण का मतदान करीब आ रहा है, नेताओं की ज़ुबान आउट ऑफ कंट्रोल(Out of control) होने लगी है. अब बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष (Bengal BJP President) दिलीप घोष (Dilip Ghosh) ने ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पर बेहद शर्मनाक बयान दिया है. दिलीप घोष (Dilip Ghosh) ने ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के पैर में लगी चोट पर कहा है कि ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को साड़ी की जगह बरमूडा पहनना चाहिए, ताकि उनका पैर ठीक से दिखे.
दिलीप घोष (Dilip Ghosh) ने कहा कि प्लास्टर कट गया है, क्रेप बैंडेज बांधा जा चुका है और पांव उठा-उठाकर सबको दिखा रही हैं. साड़ी पहनी हुई हैं. एक पांव खुला और एक ढका हुआ. ऐसी साड़ी पहने किसी को नहीं देखा? जब पांव खुला ही रखना है तो साड़ी क्यों बरमूडा पहन सकती हैं.
दिलीप घोष (Dilip Ghosh) के इस बयान पर संग्राम छिड़ना तय है. टीएमसी बरमूडा वाले बयान पर तिलमिला गई है. टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा ने तुरंत दिलीप घोष का पलटवार करते हुए ट्वीट किया, जिसमें लिखा- “बीजेपी पश्चिम बंगाल के अध्यक्ष ने सार्वजनिक सभा में पूछा कि ममता दी ने साड़ी क्यों पहनी है, उन्हें अपने पैर बेहतर दिखाने के लिए “बरमूडा” शॉर्ट्स पहनने चाहिए और इन बंदरों को लगता है कि वे बंगाल जीतने जा रहे हैं?
ममता की चोट पर पहले भी हो चुकी है बयानबाजी
ममता बनर्जी के पैर की चोट पर पहले भी बयानबाजी हो चुकी है. इस पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि दीदी को अपनी रिपोर्ट सार्वजनिक करनी चाहिए. सिर्फ केंद्रीय गृह मंत्री ही नहीं बल्कि रक्षा मंत्री ने भी ममता बनर्जी के पांव की चोट पर बयान दिया, उन्होंने से सहानुभूति दिखाकर वोट बटोरने की राजनीति बताया था, लेकिन ममता के चोटिल पैर पर बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष की ज़ुबान कुछ ज्यादा ही खुल गई.
पुरुलिया में बीजेपी पर जमकर बरसी थीं दीदी
मंगलवार को पुरुलिया में एक जनसभा के दौरान टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा था कि मैं आज यहां क्यों आई हूं पता है आपको. मुझे बहुत मारा गया है. मेरे सिर पर चोट है. कमर में मारा गया है. हाथ पर मारा गया है. पेट में मारा गया है. आंख में मारा गया है. पांव बाकी था अब वह भी जख्मी कर दिया.
ममता ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मुझसे डर रहे थे. सोच रहे थे बीजेपी वाले कि अगर मैं चुनाव में घूमूंगी तो बीजेपी बुरी तरह हारेगी, इसीलिए ममता का पांव जब्त कर दिया. लेकिन उनको पता नहीं कि ममता बनर्जी टूट सकती है झुक नहीं सकती.’ उन्होंने कहा, ‘मेरा एक पांव खराब होने के बावजूद मैं अपनी मां-बहनों के पांव से घूम रही हूं. मां-बहनों के सम्मान की रक्षा कर रही हूं.’
नंदीग्राम में चोटिल हुई थीं ममता बनर्जी
बता दें कि ममता बनर्जी ने 10 मार्च को नंदीग्राम सीट से नामांकन दाखिल किया था. इसके बाद शाम 6 बजे वह मंदिर गई थीं. मंदिर से निकलने के बाद जब वह गाड़ी में बैठी थीं, तभी वो चोटिल हो गई थीं. उन्होंने बीजेपी पर साजिश के तहत हमले का आरोप लगाया था.
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