इंदौर में होगा एक और अनूठा प्रयोग… प्रशासन ऐसे असहाय लोगों की तैयार कर रहा है सूची
इंदौर। एक तरफ प्रशासन ने राशनखोरों के खिलाफ कार्रवाई की और दवे बंधुओं सहित 31 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने, रासुका में निरूद्ध करने और उनके निर्माणों को जमींदोज भी करवा दिया। वहीं अब एक और अभिनव प्रयोग बुजुर्गों, बेसहारा लोगों और विकलांगों के घर पर कंट्रोल का राशन पहुंचाया जाएगा। ऐसे लोगों की सूची खाद्य विभाग की सहायता से प्रशासन तैयार करवा रहा है। इसे मुख्यमंत्री आशीर्वाद योजना नाम दिया गया है। वहीं प्रदेशभर में अन्न उत्सव भी मनाया जा रहा है। 8 से 10 फीसदी ऐसे बेसहारा लोग चिन्हित जा रहे हैं।
गरीबों का राशन हड़पने वालों को जहां कलेक्टर मनीष सिंह ने कड़ा सबक सिखाया, जिसकी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भी कलेक्टर कान्फ्रेंस में प्रशंसा की और मंत्रियों को भी कहा कि वह इस तरह हुई कार्रवाई की जानकारी जनता तक पहुंचाएं। दूसरी तरफ कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर दिव्यांगों, बुजुर्गों और बेसहारा लोगों को घर तक राशन पहुंचाने की सुविधा दी जा रही है। कंट्रोल दुकानों द्वारा ही यह राशन आशीर्वाद योजना के तहत घर पहुंचाया जाएगा। अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर के मुताबिक ऐसे बुजुर्गों, बेसहारा लोगों और विकलांगों की सूची खाद्य विभाग से बनवाई जा रही है। दरअसल ऐसे लोग कंट्रोल दुकानों तक नहीं पहुंच पाते हैं, उन्हें अब घर पर उनके हिस्से का राशन उपलब्ध करवाया जाएगा। वहीं मुख्यमंत्री के निर्देश पर अन्न उत्सव भी मनाया जा रहा है। प्रदेश में हर महीने 4 और 7 तारीख को कंट्रोल दुकानों पर यह अन्न उत्सव मनाया जाता है। अब उसके अलावा इंदौर प्रशासन की पहल पर नई आशीर्वाद योजना भी शुरू की जा रही है। उल्लेखनीय है कि इंदौर जिले में लगभग साढ़े 500 कंट्रोल दुकानें हैं और उनमें जितने भी बुजुर्ग, दिव्यांग और बेसहारा बुजुर्ग हैं, उन्हें चिन्हित करवाया जा रहा है। खाद्य विभाग के निरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में आने वाले ऐसे हितग्राहियों की सूची बनाएं और उन्हें कंट्रोल संचालकों को उपलब्ध करवाई जाए, जिसके माध्यम से हर महीने राशन घर पहुंचाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों कलेक्टर मनीष सिंह ने राशन माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। वहीं मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के तहत 24 श्रेणियों के हितग्राहियों को सस्ता राशन दिया जाता है। प्रतिमाह प्रति सदस्य 4 किलो गेहूं, एक किलो चावल और एक किलो नमक मिलता है। वहीं अंत्योदय अन्न योजना के हितग्राहियों के परिवारों को राशन दिया जाता है और अगर परिवार में 7 से अधिक सदस्य हैं, तो प्रति सदस्य 5 किलो राशन के मान से दिया जाता है। गेहूं, चावल, मोटा अनाज 1 रुपए के मान से और नमक भी 1 रुपए और 1 किलो शकर 20 रुपए किलो की दर से दी जाती है। पिछले दिनों भरत दवे, श्याम दवे, प्रमोद दहीगुड़े के खिलाफ प्रशासन ने राशनखोरी के मामले में बड़ी कार्रवाई की थी।
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