उज्जैन। नए शहर में कल बदबूदार पानी की शिकायत आई थी। नए शहर ही नहीं पुराने शहर में भी नलों से बदबूदार पानी आ रहा है और अधिकारी सैंपल लेकर देखने की बात कहते हैं लेकिन जहाँ राइजिंग लाइन फूटी है वहाँ उसे कोई सुधारने वाला नहीं मिल रहा है। जल प्रदाय की व्यवस्था पिछले कई दिनों से बिगड़ी हुई है। कभी ट्रांसफार्मर फेल हो जाते हैं तो कभी पैनल खराब हो जाता है और कभी टंकी पूरी तरह नहीं भर पाती तो नलों से प्रेशर नहीं आता है। यह समस्याएँ तो लगातार चल ही रही थी। अब नलों से बदबूदार पानी आ रहा है।
कल नए शहर फ्रीगंज में बदबूदार पानी की शिकायत आई थी, वहीं आज पुराने शहर में दानी गेट से लेकर गोपाल मंदिर और सोमवारिया से लेकर पिपलीनाका और पिपलीनाका से लेकर निकास तक आज सुबह नलों से बदबूदार पानी आया, जिसमें नाले के पानी जैसी बदबू आ रही है। इस संबंध में जब पिपलीनाका क्षेत्र के क्षेत्रीय पार्षद हेमंत गहलोत से पूछा गया तो उनका कहना था कि ज्ञान टेकरी के यहाँ पिछले कई दिनों से राइजिंग लाइन फूटी पड़ी है और मैं अधिकारियों को कई बार सूचित कर चुका हूँ लेकिन उस लाइन को नहीं सुधारा जा रहा है। इस लाइन में यहाँ के नाले का पानी दिनभर आता है और फिर जब नल आते हैं तो लोग मोटर लगाते हैं और यही पानी शहरभर में अच्छे पानी में मिलकर बदबू फैला रहा है, इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इसी के चलते शहर में नलों से बदबूदार पानी आ रहा है। इस संबंध में जब कार्यपालन यंत्री एन.के. भास्कर से पूछा गया तो उनका कहना था कि जहाँ पर बदबूदार पानी की शिकायत आ रही है वहाँ सैंपल ले रहे हैं और उसे चेक कर रहे हैं और पाइपलाइन फूटी है तो हम उसे दुरस्त करवाते हैं। कुल मिलाकर इस बार गंभीर डेम में अच्छा पानी है तो कृत्रिम रूप से जल संकट पैदा हो रहा है और कभी ट्रांसफार्मर तो कभी पैनल और कभी मोटर पंप खराब होने का बहाना लेकर शहर वासियों को अच्छा पानी नहीं दिया जा रहा है। जनप्रतिनिधियों को इस पर ध्यान देना चाहिए।
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