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    गणेशोत्सव में पाँच गुना बढ़ गई फूलों की खपत

  • September 03, 2022

    • प्रसाद हुआ महंगा-खीरा ककड़ी, केले की कीमत भी बढ़ी-अच्छी क्वालिटी का लड्डू 500 रुपए किलो

    उज्जैन। कहा जाता है कि भगवान और देवी देवता समृद्धि देते हैं लेकिन हमारे यहाँ त्यौहारों के बहाने आम लोगों की जेब हल्की की जाती है..महंगाई के बोझ तले दबी जनता त्यौहारी सीजन में भी इसे भुगत रही है। गणेश उत्सव की शुरूआत 31 अगस्त से हो गई थी और दस दिवसीय महोत्सव का आज चौथा दिन है। घरों और पांडालों में बप्पा के विराजते ही पूजन और आरतियों का दौर लगातार चल रहा है। ऐसे में सुबह शाम भगवान गणेश के पूजन के लिए गेंदा और गुलाब के फूलों और मालाओं की मांग बढ़ गई है। इसी के चलते थोक फूल मंडी में आज सुबह भी महाराष्ट्र से गेंदा फूल की 5 गाडिय़ां आई। हालांकि फूल मंडी में अभी गुलाब महंगा होने के साथ-साथ इसकी आपूर्ति जिले से ही हो रही है। इधर गणेश उत्सव आरंभ होने से पहले तक विशेष कर खीरा ककड़ी और केले के दाम 20 रुपए किलो तक थे। इनमें इजाफा हो गया है। केले अब 20 रुपए की बजाए 30 रुपए प्रतिकिलो बिक रहे हैं और खीरा ककड़ी 3 गुना महंगी होकर 60 रुपए प्रतिकिलो तक मिल रही है।


    गेंदा से लेकर गुलाब तक थोक में महंगा
    आज सुबह दूधतलाई स्थित थोक फूल मंडी में गुलाब का फूल 100 से 150 रुपए प्रतिकिलो तक की बोली में थोक में बिक गया। थोक फूल व्यवसायी अभिषेक दयाल ने बताया कि गुलाब के अलावा थोक मंडी में आज लाल गेंदा 40 से 60, पीला गेंदा 50 से 70 और कलकत्ता गेंदी 60 से 70 रुपए प्रतिकिलो में थोक में नीलाम हुई। इधर रिटेल बाजार में गेंदा फूल की माला 25 रुपए से लेकर 50 रुपए प्रति नग तक बेची जा रही है, जबकि आम दिनों में इनके दाम 10 रुपए से लेकर 30 रुपए तक रहते हैं। गुलाब की माला भी 200 रुपए प्रतिकिलो तक दी जा रही है।

    लड्डु प्रसाद के दाम भी बढ़ा दिए
    गणेश उत्सव के दौरान बेसन और बंूदी के लड्डुओं की मांग बाजार में पहले के मुकाबले 4 से 5 गुना बढ़ गई है। 31 अगस्त के पहले तक मिठाई की दुकानों पर शुद्ध घी से निर्मित लड्डु के दाम 380 रुपए से लेकर 500 रुपए प्रतिकिलो तक थे। लेकिन अब इनके दाम क्वालिटी का हवाला देकर दुकानदार 600 रुपए प्रतिकिलो तक वसूल रहे हैं। जबकि निर्माण सामग्री बेसन, शकर और घी के दाम वही हैं, जो गणेश उत्सव शुरू होने से पहले थे।

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