सर्दी के मौसम में अदरक का इस्तेमाल सुबह की चाय से लेकर रात की सब्जी तक में किया जाता है। लेकिन जब इसे सुखा कर व पीसकर तैयार किया जाता है तो यह एक मसाले की शक्ल ले लेता है, जिसे सोंठ (Dry gourd) कहा जाता है। अधिकतर लोग अपने घरों में सोंठ का प्रयोग मसाले के रूप में करते हैं ।
सोंठ (Dry gourd) या सूखी अदरक का प्रयोग हम खाने के मसालों के रूप में करते आ रहे है। लेकिन सोंठ (Dry gourd) का प्रयोग आयुर्वेदिक औषधी के रूप में भी किया जाता है। सोंठ (Dry gourd) हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभप्रद होती है। यह गठिया से लेकर सांस की बीमारी में भी अत्यधिक गुणकारी है। यह कब्ज, गैस, दांत, वायरल, पेट दर्द आदि में भी बहुत फायदेमंद है। आइये सोंठ (Dry gourd) के औषधीय लाभो के बारे में जानते है –
गठिया रोग में फायदेमंद (Beneficial in arthritis) –
सोंठ (Dry gourd) गठिया रोग के लिए बहुत फायदेमंद होती है। गठिया के रोग से छुटकारा पाने के लिए अजवाइन, सोंठ और हरड़ को सामान मात्रा में मिला लें और इसका चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को पानी में कुछ देर उबाल लें और पानी को छान कर ठंडा कर लें और फिर इसे पीयें। गठिया के रोग से काफी आराम मिलेगा।
कब्ज करें दूर (Overcome constipation)-
कब्ज (constipation) की परेशानी से छुटकारा पाने के लिए आप सोंठ का इस्तेमाल करें। कब्ज दूर करने के लिए आप धनिया और सोंठ का मिलाकर इसका काढ़ा बनाएं और नित्य इसका सेवन करें। इससे कब्ज की परेशानी दूर हो जाएगी।
हिचकी दूर करें (Remove hiccups) –
अगर आपको लगातार हिचकी आ रही है और आप इससे दुखी है तो आप दूध में सोंठ (Dry gourd) को उबाल लें और ठंडा कर लें। इस दूध को पीने से आपकी हिचकी बंद हो जाएगी।
जोड़ो के दर्द में असरदार (Effective in joint pain)-
सोंठ (Dry gourd) जोड़ो के दर्द में बहुत फायदेमंद होती है। सोंठ और जायफल को पीस कर तिल के तेल में मिला लें। इस तेल में कपडे की पट्टी भिगोकर जोड़ो के दर्द वाले स्थान पर लगाएं। ऐसा करने से काफी आराम मिलेगा।
नोट – उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी बीमारी या परेंशानी हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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