आप सभी जानते हैं कि तली-भुनी चीजें सेहत (Health) के लिए बड़ी नुकसानदायक होती है। ऐसे में आप चाय के साथ मठ्ठी, समोसा, कचौड़ी और चाट-पकौड़ी जैसी पेट और हार्ट के लिए अनहेल्दी चीजों से हेल्दी चीजों पर स्विच कर सकते हैं। भोजन के साथ दही (Curd) खाना हर किसी को खूब पसंद होता है। रायता और छाछ के रुप में लोग दही का सेवन अलग-अलग तरीके से करते हैं। दही खाने से पाचन क्रिया (digestion process) बढ़ती है। इससे त्वचा (Skin) की चमक बनी रहती है। दही के साथ अगर किशमिश मिला ली जाए तो ये बहुत ही फायदेमंद होता है।
दही-किशमिश (curd-raisins) खाने का समय भी काफी मायने रखता है। इसलिए हेल्थ का पूरा फायदा लेना है तो ये जानना आवश्यक है कि हम इसका सेवन किस तरह और कब करें। दही और किशमिश का कॉम्बिनेशन। ये कॉम्बिनेशन न केवल पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है बल्कि कई अन्य स्वस्थ्य संबंधी परेशानियों से निजात दिलाने में मदद करता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए स्वस्थ खानपान का होना जरूरी है। क्योंकि हेल्दी डाइट (healthy diet) से ही व्यक्ति का मानसिक और शारीरिक विकास संभव हो सकता है।
दही
एक्सपर्ट हमें हेल्दी लाइफस्टाल से जुड़े कई सुझाव देते हैं। इनके अनुसार, शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कई ऐसे सुपरफूड होते हैं जो पाचन तंत्र के साथ कई अन्य स्वस्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर कर सकते हैं। इन्हीं में एक है दही और किशमिश का कॉम्बिनेशन। ये कॉम्बिनेशन न केवल पाचन तंत्र (Digestive System) को स्वस्थ रखता है बल्कि कई अन्य स्वस्थ्य संबंधी परेशानियों से निजात दिलाने में मदद करता है।
ये कॉम्बो बेड बैक्टीरिया (bed bacteria) को बेअसर करने में मदद करता है और गुड बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देता है। इसके अलावा, इसके सेवन से आंतों में सूजन कम होती है, क्योंकि दही प्रोबायोटिक के रूप में कार्य करती है और किशमिश में सॉल्युबल फाइबर की भरपूर मात्रा होने के कारण ये प्रीबायोटिक के रूप में काम करती है।
दही और किशमिश का ये हेल्दी कॉम्बिनेशन न केवल पीरियड्स के दर्द में आराम देता है बल्कि पीएमएस (प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम) से निपटने में भी मदद करता है, जो महिलाओं के मासिक धर्म के दौरान सबसे आम समस्याएं हैं।
एक कटोरी में फुल-फैट गर्म दूध में किशमिश (ज्यादातर काली) और आधा चम्मच दही या छाछ मिलाकर इसका सेवन करें। ये रूखी त्वचा या त्वचा पर खुजली को ठीक करने में मदद करता है।
दही और किशमिश दोनों में कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है। ये हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बनाने के साथ बोन डेंसिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में समझें। कोई भी बीमारी या परेंशानी हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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