कुछ स्थानों पर बने संजीवनी केंद्र भवनों को निगम ने स्वास्थ्य विभाग के हवाले किया
इंदौर। शहर में 60 से ज्यादा स्थानों पर संजीवनी क्लिनिकों (Sanjeevani Clinics) का निर्माण कार्य अंतिम दौर में है, जो मार्च तक पूरे हो जाएंगे। इससे पहले करीब 20 संजीवनी क्लिनिकों के भवन तैयार कर लिए गए थे, जो स्वास्थ्य विभाग के हवाले कर दिए गए हैं और वहां कुछ जगह डॉक्टरों (Doctor) और स्टाफ की तैनाती कर उन्हें शुरू करने की तैयारी चल रही है।
संजीवनी क्लिनिकों (Sanjeevani Clinics) के निर्माण को लेकर नगर निगम को प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिम्मेदारी दी गई थी, जिसके आधार पर निगम ने टेंडर जारी कर बड़े पैमाने पर कई क्षेत्रों में संजीवनी क्लिनिकों के काम शुरू कराए थे। इनमें कुछ स्थान ऐसे थे, जहां पहले आंगनवाडिय़ां संचालित होती थीं, लेकिन विभिन्न कारणों के चलते आंगनवाड़ी बंद होने के बाद वहां संजीवनी क्लिनिक बनाने का काम शुरू कर दिया गया था। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक पूर्व में 20 से ज्यादा संजीवनी क्लिनिक बाणगंगा, परदेशीपुरा, आजादनगर और हवा बंगला क्षेत्र में बनाए गए थे। तैयार हो चुके संजीवनी क्लिनिकों के भवन प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के हवाले कर दिए गए हैं, ताकि वहां क्लिनिकों का संचालन शुरू हो सके। वर्तमान में करीब 60 से ज्यादा स्थानों पर संजीवनी क्लिनिकों का निर्माण कार्य निगम द्वारा ठेकेदारों की मदद से कराया जा रहा है। इनमें कुछ संजीवनी क्लिनिक का निर्माण 28 लाख से लेकर 40 लाख तक में किया जा रहा है। कुछ जगह छोटे तो कुछ जगह बड़े संजीवनी क्लिनिक बनाए जा रहे हैं। कालानी नगर और उसके आसपास के क्षेत्रों में कई जगह पानी की टंकियों के नीचे ही क्लिनिक बनाए गए हैं, क्योंकि उन क्षेत्रों में जगह नहीं मिल पा रही थी।
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