इन्दौर। शहर में 11 स्थानों पर नए तालाबों (new ponds) का काम अंतिम दौर में चल रहा है और 10-12 दिनों के अंतराल में यह काम पूरा हो जाएगा। अब तक निगम (Corporation) के पास पहले से 24 तालाब थे। निगम ने अपना अमला लगाकर वहां खुदाई से लेकर तमाम कार्य बिना ठेका दिए कराए हैं।
बारिश के पहले निगम ने शहर के पुराने तालाबों की सुध लेने के साथ-साथ वहां की चैनलों (channels) को साफ करने के अलावा तालाब के गहरीकरण के कार्य कई दिनों पहले शुरू कर दिए थे, जो अब पूरे हो चुके हैं। पीपल्यापाला से लेकर सिरपुर तालाब (Sirpur Pond) की पाल से कब्जे हटाने के साथ-साथ उन्हें और गहरा किया गया था। निगम कमिश्नर (corporation commissioner) प्रतिभा पाल के निर्देश पर अधिकारियों ने नए तालाबों के लिए जमीनों की पड़ताल शुरू की थी और वहां काम शुरू करा दिए थे, जो अब अंतिम दौर में है। आने वाले दिनो में शहर को 11 और नए तालाब मिलने वाले है, जहां बारिश का अच्छा खासा पानी जमा हो सकेगा।
एक में 25 से 35 हजार क्यूबिक मीटर पानी रहेगा
निगम ने नए तालाबों के निर्माण के लिए इस बार ठेका देने के बजाए अपने स्तर पर संसाधन लगाकर काम शुरू करा दिए थे और इसका नतीजा कुछ ही दिनों में सामने आने लगा। अधिकारियों का कहना है कि अधिकांश स्थानों पर तालाबों के निर्माण का काम पूरा हो गया है और कुछ जगह बाउंड्रीवाल और अन्य कार्य होना है, जो 10 से 12 दिन में पूरे कर लिए जाएंगे। एक तालाब में अनुमानित 25 से 35 हजार क्यूबिक मीटर पानी जमा हो सकेगा और इनमें कई तालाब पहाड़ी के आसपास के हिस्सों में बनाए गए हैं, ताकि बारिश का पानी वहां संग्रहित हो सके।
इन स्थानों पर बन रहे हैं नए तालाब
बिजासन घाटी से धार रोड की ओर जाने वाले मार्ग पर आधा हेक्टेयर में एक तालाब का निर्माण का कार्य शुरू कराया गया था। इसके अलावा बीएसएफ एरोड्रम क्षेत्र में आधा-आधा हेक्टेयर के ही दो तालाब बनाए जा रहे हैं। रेवतीरेंज में भी काफी जमीन पहाड़ी के पास मिलने के कारण तीन तालाबों का निर्माण कार्य अंतिम दौर में है। बिचौली मर्दाना पुरानी खदान के पास तालाब निर्माण हो रहा है। सिटी फारेस्ट और उसके समीप गुलमोहर काम्प्लेक्स, नायता मुंडला नया आरटीओ कार्यालय, भूरी टेकरी आदि स्थानों पर कार्य चल रहे है ।
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