पंजाब । पाकिस्तान (Pakistan) से सटे पंजाब (Punjab) के इलाकों में इस समय हाई अलर्ट (high alert) स्थिति बनी हुई है क्योंकि विदेशों में बैठे आतंकी संगठन और पाकिस्तान की ISI के आतंकी, खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (Khalistan Liberation Force) के आतंकवादियों (terrorists) के साथ मिलकर भारत में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है. इसमें सबसे अहम भूमिका खूंखार आतंकवादी हरिंदर उर्फ रिंदा की बताई जा रही है.
पाकिस्तान में छिपा बैठा है खालिस्तानी आतंकी रिंदा
रिंदा इस समय पंजाब (Punjab) के भोले भाले नौजवानों को बहला-फुसलाकर अपने नापाक इरादों में शामिल करना चाहता है. वह इस कोशिश में है कि किसी तरह देश के खिलाफ खालिस्तान की मुहिम चलाने के लिए नौजवानों को तैयार कर ले. सूत्रों से मिली जानकारी में सामने आया है कि आतंकवादी संगठनों ने ड्रोन के जरिए पंजाब में भारी मात्रा में हथियार, ड्रग्स, पैसा और बारूद भारत में अपने स्लीपर सेल्स तक पहुंचाया है.
इसी कड़ी में पंजाब (Punjab) के गुरदासपुर (Gurdaspur) से एक बड़ी खबर यह निकल कर आई है. वहां पर 4 मई की रात को कुछ युवकों ने सिटी थाना प्रभारी गुरमीत सिंह समेत पुलिस के अधिकारियों पर खुलेआम फायरिंग की. दरअसल थाना प्रभारी को 4 मई की रात को गुरदासपुर बाईपास पर बने होटल ग्रैंड के बाहर एकांत में एक गाड़ी खड़ी दिखाई दी थी. इसके बाद थाना प्रभारी गुरमीत सिंह ने अपने साथी एएसआई करनैल सिंह को गाड़ी समेत युवकों की चेकिंग करने के लिए भेजा. जैसे ही एएसआई करनैल सिंह गाड़ी की तरफ बढ़े तो उसमें सवार युवकों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी और मौके से भागने लगे.
हमला होने पर पुलिस ने पीछा शुरू किया
यह देख वहां पर काफी अफरातफरी मच गई. पुलिस अधिकारियों ने गाड़ी का पीछा करना शुरू कर दिया. गाड़ी का पीछा होते देख युवकों ने फिर से पुलिस (Punjab Police) की गाड़ी पर अंधाधुंध फायरिंग की और चकमा देकर वहां से फरार हो गए. पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम में 5 युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. उन युवकों की पहचान भी गुरुवार रात तक कर ली थी. हालांक अभी भी आरोपी युवक पुलिस की पकड़ से बाहर है.
ऐसे में यह सवाल खड़ा होता है कि युवकों के पास ऐसा क्या था, जिसे वो पुलिस से छुपाना चाहते थे. जिसे बचाने के लिए उन्होंने पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग की. इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है लेकिन यह घटना काफी पेचीदा मानी जा रही है. इसीलिए काउंटर इंटेलिजेंस और सेंटर इंटेलिजेंस की टीमों ने इस पर पूरी रिपोर्ट पुलिस से मांगी है.
पहले भी पुलिस पर हमला कर चुके हैं आतंकी
बता दें कि यह इलाका दीनानगर क्षेत्र से ज्यादा दूर नहीं है, जिसके एक थाने पर कुछ साल पहले पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमला किया था. इसी रास्ते पर एक एसपी को अगवा कर उसकी गाड़ी छीन कर ले गए थे. पठानकोट जैसा संवेदनशील इलाका भी यहां से दूर नहीं है, जहां पर वायुसेना का एयरबेस है. आपको बता दें कि यह क्षेत्र बिल्कुल अंतरराष्ट्रीय पाकिस्तान बॉर्डर से सटा हुआ है. इस इलाके में आतंकवादियों के स्लीपर सेल भी एक्टिव हैं.
सूत्र के मुताबिक एक रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ है कि गुरदासपुर, पठानकोट और अमृतसर के रूरल इलाकों से काफी तादाद में युवा वर्ग माइग्रेट कर गया है. इसमें सिख युवाओं की बड़ी संख्या शामिल है. वहीं बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठिए इन इलाकों में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रहे हैं और वे जम्मू से निकलकर इन इलाकों में शिफ्ट हो रहे हैं. एक रिपोर्ट से पता चला है कि पाकिस्तान से सटे पंजाब के इलाकों में अवैध घुसपैठियों की एक बड़ी खेप अभी कुछ ही दिनों पहले आम आबादी में बसने आई है, जिसके बाद सभी चिह्नित इलाकों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.
गुरुवार को करनाल में पकड़े गए थे 4 खालिस्तानी
सुरक्षा एजेंसियों के लिए इस मामले में चिंता की बात इसलिए है कि गुरुवार को हरियाणा के करनाल से बब्बर खालसा इंटरनेशनल के 4 आतंकी पकड़े गए थे. इन आतंकियों को ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से हथियार सप्लाई किए गए थे, जिन्हें वे तेलंगाना में गैंग के दूसरे लोगों को देने जा रहे थे. आईबी के खुफिया इनपुट पर पंजाब और हरियाणा पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन करके चारों आतंकियों को हथियारों समेत दबोच लिया.
माना जा रहा है कि पाकिस्तान (Pakistan) की ISI खालिस्तानी आतंकियों के जरिए पंजाब (Punjab) में अपना नेटवर्क बिछा चुकी है और अब वह धीरे-धीरे उन्हें एक्टिव करने में लगी है. जिसका असर पंजाब के हालात पर दिखने लगा है.
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