वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव(US presidential election) में कुछ दिलचस्प चीजें होती दिख रही हैं। अगले महीने होने वाली यूएस प्रेसीडेंशियल डिबेट (US Presidential Debate)को लेकर दोनों पक्षों (both sides)में एक राय बनती नहीं दिख रही है। एक तरफ कमला हैरिस की टीम चाहती है कि बहस के दौरान माइक ओपन रखा जाए। वहीं, दूसरी तरफ उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी ने बहस से पूरी तरह से दूरी बनाने की धमकी दी। ट्रंप ने एबीसी नेटवर्क को पक्षपाती बताया है, जबकि पहले इसको लेकर सहमति बनी थी। व्हाइट हाउस के लिए तीसरी बार मैदान में उतरे ट्रंप ने कहा कि मैं उस नेटवर्क पर कमला हैरिस के खिलाफ बहस क्यों करूंगा? ट्रंप ने रविवार देर रात सोशल मीडिया पर लिखी पोस्ट में यह बात कही।
कमला हैरिस के प्रवक्ता ब्रायन फैलन ने सोमवार को कहा कि उपराष्ट्रपति की टीम चाहती है कि ब्रॉडकास्टर पूरे कार्यक्रम में कैंडिडेट्स के माइक्रोफोन चालू रखें। इसे विपक्षी के बोलने के दौरान भी बंद न किया जाए, जैसा पिछले प्रेसीडेंशियल डिबेट में हुआ था। गौरतलब है कि माइक ऑन रखने पर कैंडिडेट को फायदा भी हो सकता है, लेकिन नुकसान का भी डर रहता है। ऐसा होने पर कुछ ऐसी बातें भी पब्लिक के बीच जा सकती हैं जो राष्ट्रपति उम्मीदवार की इमेज खराब कर सकती हैं। फैलन ने एक बयान में कहा कि उपराष्ट्रपति ट्रम्प के लगातार झूठ और रुकावटों से निपटने के लिए तैयार हैं। ट्रंप को म्यूट बटन के पीछे छिपना बंद कर देना चाहिए।
वहीं, ट्रम्प कैंपेन के वरिष्ठ सलाहकार जेसन मिलर ने एक बयान में कहा कि वे पहले से ही सीएनएन की उन शर्तों पर सहमत थे, जो जून के दौरान लागू थीं। उस दौरान भी माइक्रोफोन म्यूट थे। उन्होंने कहा कि हमने कहा था कि जिन नियमों पर बात हुई है, उनमें कोई बदलाव नहीं होने चाहिए। हालांकि बाद में ट्रंप ने रिपोर्टर्स से कहा कि वह अपने माइक्रोफोन चालू रखना पसंद करते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें पिछली बार माइक म्यूट रखना पसंद नहीं आया। तब वह नए प्रतिद्वंद्वी से आमना-सामना करने के लिए ज्यादा तैयार नहीं थे। ट्रंप ने कहा कि मैं इस पर बहुत समय खर्च नहीं कर रहा हूं। मुझे लगता है कि मैं अपनी पूरी जिंदगी बहस की तैयारी करता रहा हूं।
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