इन्दौर। कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की पहली सूची रोककर एक नए स्ट्रेटजी प्लान पर काम कर रही है। कांग्रेस के नेताओं को डर है कि अगर सूची अभी घोषित कर दी जाती है तो कई विधानसभा क्षेत्रों में विरोध शुरू हो जाएगा और कहीं ऐसा न हो कि इसका नुकसान पार्टी को उठाना पड़े, इसलिए सूची को अभी रोक दिया गया है।
विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने में एक महीने का समय है और कांग्रेस अपनी सूची सबसे पहले घेषित करने की बात कह चुकी थी, लेकिन बदलते हालात के चलते बार-बार कांग्रेस की नीति बदल रही है। अभी तक कांग्रेस की स्क्रीनिंग और कार्यसमिति की बैठक उम्मीदवारों के नामों को लेकर हो चुकी हैं, लेकिन निर्णय नहीं हो पा रहा है। हर दिन अलग-अलग बातें निकलकर सामने आ रही हैं।
कुछ बड़े नेताओं ने अपने समर्थकों को सूची में शामिल कराने के लिए पैनल में नाम जुड़वा दिए हैं, इसलिए भी सूची को रोकना पड़ा, वहीं कुछ जिलों में सूची के नामों में केवल उन्हीं नामों को शामिल किया गया है जो वर्तमान में विधायक हैं। ऐसे नामों को भी घोषित करने पर विचार किया जा रहा था, लेकिन कुछ नाम बदलने के चक्कर में वह नहीं हो सका।
वहीं नेता प्रतिपक्ष गोविंदसिंह ने एक बयान देकर दावेदारों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया, जिसमें उन्होंने आचार संहिता लगने के बाद सूची आने की बात कही। हालांकि कुछ वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि सूची घोषित न करने के पीछे कांग्रेस का अपना स्ट्रेटजी प्लान है। जिस तरह से भाजपा ने सूची घोषित की और नामों का विरोध हुआ, ऐसा कांग्रेस नहीं करना चाहती है। अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेसी इधर-उधर बिखर सकते हैं, वहीं कुछ नाराज होकर भाजपा में भी जा सकते हैं, इसलिए सूची आने में अभी देर लग सकती है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved