नई दिल्ली। गुलाम नबी आजाद ने बीते सप्ताह कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन अब भी पार्टी और उनके बीच तीखे हमले जारी हैं। अब जयराम रमेश ने गुलाम नबी आजाद पर तंज कसते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर में जमीनी हकीकत उससे अलग है, जैसी मोदी सरकार के आवंटित बंगलों में बैठे लोग दिखाना चाहते हैं।
ट्विटर पर जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के वीडियो को टैग करते हुए जयराम रमेश ने कहा, ‘सच्चाई यह है न कि वह जो दिल्ली में मोदी सरकार के आवंटित बंगलों में बैठे लोग दिखा रहे हैं। फेक न्यूज प्लांट कर रहे हैं।’ दरअसल जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने जो ट्वीट किया है, उसमें भलेसा सब डिविजन के कांग्रेस कार्यकर्ता मासिक बैठक के लिए जुटे हैं। दरअसल यह ब्लॉक गुलाम नबी आजाद का गृह क्षेत्र है।
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने ट्वीट किया, ‘भलेसा सब डिविजन के सभी ब्लॉकों के कांग्रेस कार्यकर्ता दफ्तर में जुटे और मासिक बैठक की। हर महीने की पहली तारीख को यह बैठक होती रही है और यह परंपरा 50 सालों से चली आ रही है। भलेसा गुलाम नबी आजाद का गृह क्षेत्र है।’
गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था और राहुल गांधी को अपरिपक्व बताते हुए हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी के सियासत में आने के बाद से ही कांग्रेस की वह परंपरा ध्वस्त हो गई है, जिसमें सभी की सलाह लेकर काम किया जाता था।
गुलाम नबी आजाद ने 5 पन्नों के इस्तीफे में राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला था और उनके यूपीए के दौर में अध्यादेश फाड़ने को बड़ी गलती करार दिया था। उन्होंने कहा कि 2014 में उस एक घटना के चलते ही कांग्रेस की हार की शुरुआत हो गई थी। यही नहीं उन्होंने यहां तक कहा था कि कांग्रेस से जुड़े फैसले राहुल गांधी के गार्ड और पीए लेते हैं। इसके कुछ दिन बाद मीडिया से बात करते हुए आजाद ने कहा कि मुझे मेरा घर छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया गया था, जिसके लिए मैंने दशकों तक काम किया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस मोदी का बहाना बना रही है, उसे तो हमसे तब से ही दिक्कत थी, जबसे हमने पार्टी में सुधार के लिए सोनिया गांधी को लेटर लिखा था।
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