भोपाल। मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव की मतगणना के बाद कांग्रेस आलाकमान संगठन को लेकर अपने पत्ते खोलेगा। इस पर चुनाव परिणाम का असर पड़ेगा क्योंकि पार्टी ने प्रदेश संगठन को उपचुनाव में फ्री-हैंड दिया था। वहीं, संगठन स्तर पर लंबे समय से बदलाव प्रस्तावित है। युवा कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के चुनाव होने हैं तो प्रदेश महिला कांग्रेस में भी परिवर्तन लंबित हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस का केंद्रीय संगठन विधानसभा उपचुनाव की मतगणना पर नजर रखेगा। प्रदेश के प्रभारी महासचिव मकुल वासनिक अपने विश्वस्तों से लगातार फीडबैक ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि परिणामों के आधार पर संगठन की रूपरेखा तय होगी। यदि नतीजे उम्मीद के मुताबिक आते हैं तो मौजूदा टीम को और ताकत मिलेगी और विस्तार के रास्ते खुल जाएंगे। वहीं, प्रदेश युवा कांग्रेस के संगठन चुनाव भी कराए जाएंगे। अभी विधायक कुणाल चौधरी अध्यक्ष हैं। इनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है। इसी तरह एनएससूआइ के प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े ने आगर विधानसभा का उपचुनाव लड़ा है। उनकी जगह भी नया प्रदेश अध्यक्ष बनना तय है। इसी तरह महिला कांग्रेस अध्यक्ष मांडवी चौहान भी लंबे समय से संगठन संभाल रही हैं। पार्टी की इन तीनों इकाइयों में उपचुनाव के बाद परिवर्तन तय माना जा रहा है।
काफी समय से प्रस्तावित है संगठन में बदलाव
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि संगठन में बदलाव काफी समय से प्रस्तावित है। उपचुनाव के कारण सभी चीजें स्थगित हो गई थीं। युवा कांग्रेस और एनएसयूआइ के चुनाव लंबित हैं। कभी भी चुनाव प्रक्रिया शुरू हो सकती है। यह एक सतत प्रक्रिया है।
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