नई दिल्ली (New Delhi)। कांग्रेस (Congress) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Former National President Rahul Gandhi) की लोकसभा की सदस्यता खत्म (Membership of the Lok Sabha ended) होते ही पार्टी के तेवर भी बदल गए हैं। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) (Bharatiya Janata Party – BJP)) पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाते हुए अब देश की सबसे पुरानी पार्टी ने व्यवस्थित विपक्षी एकता (orderly opposition unity) की बात कही है। इसके साथ ही लोकसभा सचिवालय के फैसले के विरोध में पूरे देश में ‘लोकतंत्र बचाओ’ आंदोलन निकालने की भी बात कही है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge), पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) सहित कांग्रेस के तमामत शीर्ष नेताओं ने शुक्रवार को एक बड़ी बैठक की और आगे को लेकर रणनीति बनाई।
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, “हमने राहुल गांधी की अयोग्य ठहराए गए फैसले को लेकर राजनीतिक रणनीति पर चर्चा की। अभिषेक मनु सिंघवी ने सभी वरिष्ठ नेताओं को कानूनी रणनीति के बारे में जानकारी दी। हमने आने वाले दिनों में देश भर में विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है।” वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि हमारी पार्टी ने सभी विपक्षी नेताओं के द्वारा समर्थन में दिए गए बयान का स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने एक “व्यवस्थित” विपक्षी एकता का आह्वान किया।
इससे पहले कांग्रेस लगातार यह दावा करती रही है कि कांग्रेस के बिना विपक्षी एकता की कल्पना नहीं की जा सकती है। नरेंद्र मोदी के खिलाफ चेहार के तौर पर कांग्रेस सदैव राहुल गांधी को ही खड़ा करती है। वहीं, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल और केसीआर जैसे नेता अपना अलग मोर्चा बनाने में जुटे हैं।
आपको बता दें कि क्षेत्रीय दलों के नेताओं में ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, एमके स्टालिन, उद्धव ठाकरे, केसीआर और अखिलेश यादव ने राहुल गांधी का समर्थन किया और सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को तानाशाह करार दिया है। जयराम रमेश ने कहा, “कांग्रेस उन सभी विपक्षी नेताओं के बयान का स्वागत करती है जो उन्होंने राहुल गांधी के समर्थन में दिए हैं। हमें अब विपक्षी एकता के मुद्दे को व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाना चाहिए।”
आपको बता दें की राहुल गांधी को अयोग्य ठहाराए गए फैसले के बाद बुलाई गई कांग्रेस की बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी के अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, राजीव शुक्ला, तारिक अनवर, आनंद शर्मा, अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक, सलमान खुर्शीद और पवन कुमार बंसल शामिल हुए।
आपको बता दें कि राहुल गांधी को गुरुवार को सूरत की एक अदालत ने 2019 में दिए एक भाषण के को लेकर दायर मानहानि की याचिका पर फैसला सुनाते हुए दोषी करार दिया। राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा था कि सारे चोर मोदी उपनाम वाले हैं। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा नीरव मोदी का भी नाम लिया था। कोर्ट ने उन्हें दोषी ठहराते हुए, दो साल की जेल की सजा सुनाई है।
अयोग्यता के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर कहा, “मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं और इसके लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हूं।”
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