ग्वालियर। मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के लिए राजनैतिक दल और राजनेता पूरी तरह से मैदान में उतर गए है। चुनावी सभाओं का दौर तेज हो गया है। ऐसे में चुनाव क्षेत्र में पहुंचने से पहले पार्टी कार्यकर्ता अपने नेता के स्वागत में सडक़ों को पोस्टर और बैनर से पाट रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ 18 सितम्बर को दो दिवसीय दौरे पर ग्वालियर आ रहे हैं। लेकिन उससे पहले बुधवार को कुछ ऐसा हुआ कि बेकाबू कांग्रेस कार्यकर्ताओं सिंधिया समर्थक प्रदेश के मंत्री प्रद्युमन सिंह के साथ झूमाझपटी पर उतर आए।
दरअसल कमलनाथ के ग्वालियर प्रवास से पहले उनके स्वागत के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर में होर्डिंग बैनर लगाए हैं। जिसे बुधवार को निगम प्रशासन ने फूलबाग चौराहे पर लगे होर्डिंग बैनर हटा दिया। कमलनाथ के स्वागत के लिए फ लगे पोस्टर बैनर हटाये जाने पर कांग्रेस कार्यकर्ता भडक़ गए और हंगामा करते हुए चौराहे के पास ही धरने पर बैठ गई। जिस समय कांग्रेसियों का हंगामा चल रहा था उसी समय ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर मांझी समाज के धरने पर ज्ञापन लेने पहुंचे। मंत्री को देखते ही कांग्रेसी और आक्रोशित हो गए और उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे। हालात इतने बिगड़ गए कि कांग्रेसियों ने मंत्री के साथ झूमाझटकी भी कर दी। मंत्री भी गुस्से में दिखाई दिये। मंत्री के साथ मौजूद सुरक्षा कर्मियों और स्थानीय पुलिस ने बहुत मुश्किल से मंत्री को सुरक्षा घेरे में लेकर सुरक्षित उनकी गाड़ी तक पहुंचाया।
इस बीच जैसे ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को पूरे घटनाक्रम की जानकारी लगी तो वे आक्रोशित हो गए और फूलबाग चौराहे पर पहुँच गए। सूचना मिलते ही पूर्व मंत्री एवं विधायक लाखन सिंह, प्रदेश महासचिव एवं ग्वालियर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी सुनील शर्मा जिला अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा सहित कई कार्यकर्ता और नेता पहुँच गए और धरने पर बैठ गए। चौराहे पर थोड़ी ही देर में भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता इकट्ठा हो गए और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर और भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।