• img-fluid

    हिमाचल उपचुनाव में कांग्रेस ने सभी 4 सीटें जीतीं-भाजपा की करारी हार

  • November 02, 2021


    शिमला। हिमाचल प्रदेश उपचुनाव (Himachal by-elections) में कांग्रेस (Congress) ने सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) को बड़ा झटका (Setback) देते हुए मंगलवार को मंडी लोकसभा सहित तीनों विधानसभा क्षेत्रों – अर्की, फतेहपुर और जुब्बल-कोटखाई में जीत हासिल की (Won) है।


    कांग्रेस उम्मीदवार प्रतिभा सिंह ने मंडी सीट जीती, जो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के लिए एक प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ था, क्योंकि यह उनके गृह जिले में आती है। प्रतिभा सिंह ने भाजपा के ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर (सेवानिवृत्त), को 8,766 मतों के मामूली अंतर से हराया, जिन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
    कांग्रेस के दिग्गज और छह बार के मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की विरासत को देश के सबसे कठिन और विशाल निर्वाचन क्षेत्रों में से एक, मंडी के संसदीय उपचुनाव के दौरान भाजपा के मुख्यमंत्री ठाकुर की विश्वसनीयता के खिलाफ एक प्रकार के परीक्षण या टेस्टिंग के लिए रखा गया था। प्रतिभा सिंह, जो अब मंडी से तीसरी बार सांसद बनी हैं, दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी हैं।
    यह सीट दो बार के भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा की मृत्यु के बाद खाली हुई थी, जिन्होंने 2019 में अपने चुनावी पदार्पण में पूर्व दूरसंचार मंत्री सुखराम के पोते कांग्रेस उम्मीदवार आश्रय शर्मा को 3.98 लाख मतों के अंतर से हराया था।सहानुभूति वोटों पर नजर रखते हुए, प्रतिभा सिंह, जो चुनाव प्रचार के लिए पहली बार विधायक बने अपने बेटे विक्रमादित्य सिंह पर काफी हद तक निर्भर थीं, उन्होंने मंडी से सांसद के रूप में अपने पति के तीन कार्यकालों और मुख्यमंत्री के रूप में छह कार्यकालों के दौरान किए गए विकास कार्यो पर वोट मांगा।

    2014 के लोकसभा चुनाव में मंडी सीट हारने वाली प्रतिभा सिंह ने मतदाताओं को यह याद दिलाने का कोई मौका नहीं छोड़ा कि मंडी उपचुनाव में जीत उन्हें (वीरभद्र सिंह) को श्रद्धांजलि होगी।उनके पति वीरभद्र सिंह, जिन्होंने एक शाही परिवार में पैदा होने के बावजूद आम लोगों के लिए 50 से अधिक वर्ष समर्पित किए, उन्होंने एक सांसद और मुख्यमंत्री दोनों के रूप में राज्य भर में यात्रा की थी। एक समृद्ध राजनीतिक विरासत को पीछे छोड़ते हुए, अनुभवी नेता का 87 वर्ष की आयु में 8 जुलाई को शिमला में निधन हो गया था।
    उनके पति 1971, 1980 और 2009 में मंडी से चुने गए थे। हालांकि, वीरभद्र सिंह 1977 में मंडी सीट से हार गए थे। उनकी मृत्यु के समय, वे अर्की विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।मंडी निर्वाचन क्षेत्र, जिसमें कुल्लू, मंडी और चंबा और शिमला जिलों के कुछ क्षेत्र शामिल हैं, आदिवासी बहुल किन्नौर और लाहौल और स्पीति के अलावा, देश में सबसे बड़ा है।

    कांग्रेस उम्मीदवारों ने अर्की, जुब्बल-कोटखाई और फतेहपुर विधानसभा क्षेत्रों में बड़े अंतर से जीत हासिल की। जुब्बल-कोटखाई सीट पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर और भाजपा के बागी व निर्दलीय चेतन ब्रगटा के बीच था। चेतन पूर्व बागवानी मंत्री नरेंद्र ब्रगटा के बेटे हैं, जिनका जून में कोविड-19 के बाद आई जटिलताओं के कारण निधन हो गया था। ठाकुर ने करीब 6,000 मतों के अंतर से सीट जीती।
    अर्की विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी संजय अवस्थी ने 3,277 मतों से जीत हासिल की, जबकि फतेहपुर में कांग्रेस प्रत्याशी भवानी सिंह पठानिया ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के बलदेव ठाकुर को 5,652 मतों से हराया।

    पार्टी की जीत से उत्साहित, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि यह चुनाव 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल था। उन्होंने कहा, “भाजपा ने जनविरोधी नीतियों के कारण राज्य में विश्वास खो दिया है। यह बदलाव के लिए एक वोट है। हम अगले विधानसभा चुनाव में राज्य में वापसी करने जा रहे हैं।”

    Share:

    ममता बनर्जी ने उपचुनाव जीतने पर तृणमूल उम्मीदवारों को दी बधाई

    Tue Nov 2 , 2021
    कोलकाता। पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने मंगलवार को राज्य की चार विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव (Bypolls) में शानदार जीत (Victory) दर्ज करने के लिए तृणमूल कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों (TMC candidates) को बधाई दी (Congratulates) । मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने इसे लोगों की जीत […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    सोमवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved