नई दिल्ली। संसद से पारित हुए कृषि विधेयक को किसानों के लिए खतरनाक बताते हुए कांग्रेस ने इसके खिलाफ राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करने की घोषणा की है। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि इन विधेयकों के खिलाफ किसानों और गरीब लोगों के दो करोड़ हस्ताक्षर जुटाने के लिए पार्टी अभियान चलाएगी। इसके बाद राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।
कोरोना के संकट काल के बीच कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की अनुमति पर पहली बार कांग्रेस मुख्यालय में बैठक हुई। इस बैठक में विशेष रूप से किसान आंदोलन और कृषि विधेयक को पारित करने की नवीनतम राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई।
बैठक के बाद वेणुगोपाल ने पत्रकारवार्ता में कहा कि संसद में पारित कृषि विधेयकों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी। इस दौरान विधेयकों के खिलाफ किसानों और गरीब लोगों के दो करोड़ हस्ताक्षर जुटाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हस्ताक्षर एकत्रीकरण के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कृषि विधेयकों के खिलाफ देशभर में श्रृंखलाबद्ध तरीके से प्रेसवार्ता भी आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ नेता अपने-अपने राज्यों में रैली निकालेंगे और संबंधित राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपेंगे। उन्होंने बताया कि 10 अक्टूबर को हर राज्य में बड़े किसान सम्मेलन बुलाए जाएंगे और 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच कांग्रेस के साथी हर गांव जाएंगे। कृषि को लेकर सरकार के लाए गए काले कानूनों के खिलाफ 2 करोड़ हस्ताक्षर भी किसानों और गरीबों के लिए जाएंगे। कांग्रेस की योजना जवाहर लाले नेहरु के जन्मदिवस यानि 14 नवंबर को यह हस्ताक्षर कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपने की योजना है, जिसके बाद इन्हें राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा।
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