भोपाल। 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की रणनीति है कि पार्टी पूरी तैयारी के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी। इसके लिए पार्टी ने वचन पत्र बनाने का काम शुरू कर दिया है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पिछले चार दिनों में मप्र के अलग- अलग जिलों के जिला प्रभारियों, जिला अध्यक्षों की मैराथन बैठकें कर चर्चा की है। अगले साल के विधानसभा चुनाव में जनता से जुड़े मुद्दों को कांग्रेस अपने वचन पत्र में शामिल करेगी। इसको लेकर कमलनाथ ने निर्देश दिए हैं कि पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक के ऐसे मुद्दों को वचन पत्र में शामिल किया जाए जो पब्लिक को कनेक्ट कर चुनाव में आकर्षित कर सकते हैं।
कमलनाथ के निर्देश पर जिला स्तर पर वचन पत्र तैयार किए जा रहे हैं। इनमें स्थानीय मुद्दों को शामिल किया जा रहा है। वचन पत्र तैयार करने के लिए पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सात महीने पहले अप्रैल में वचन पत्र समिति का गठन किया था। इस समिति ने जिला स्तर पर बड़ी समस्याओं और मांगों को शामिल करने के लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी है। कांग्रेस के उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया ने बताया कि मप्र में 18 साल से भाजपा की सरकार है इसके बावजूद समस्याएं कम होने के बजाए बढ़ती जा रहीं हैं। समाज का कोई ऐसा वर्ग नहीं जो परेशान न हो। बीजेपी की सरकार में किसी की सुनवाई नहीं हो रही है सिर्फ भाषण का शासन चल रहा है ऐसे में लोग कांग्रेस और कमलनाथ जी की तरफ उम्मीद और आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं। जो भी लोग पीसीसी दफ्तर या हमारे नेताओं से मिलने आते हैं उनके आवेदनों पर गंभीरता पूर्वक मंथन किया जा रहा है जनता की जो समस्याएं हैं उन्हें हमारे वचन पत्र में शामिल किया जा रहा है।
6 महीने पहले जारी होगा वचन पत्र
कमलनाथ ने वचन पत्र समिति को चुनाव के छह महीने पहले वचन पत्र तैयार कर इसे जारी करने के निर्देश दिए हैं। पीसीसी चीफ की मंशा है कि छह महीने पहले वचन पत्र जारी होने से कांग्रेस कार्यकर्ता पब्लिक के बीच जाकर वचन पत्र के प्रति पब्लिक को जागरूक कर सकेंगे। इसका फायदा कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में मिल सके। वचन पत्र में महिलाओं, किसानों, श्रमिकों, व्यवसायी वर्ग, बेटियों के अलावा, डॉक्टर, इंजीनियर, ड्राइवर, घरेलू कामकाजी वर्ग की समस्याओं को भी शामिल किया जाएगा। अपनी मांगें और सार्वजनिक समस्याएं लेकर कमलनाथ और पीसीसी चीफ से मिलने वाले लोगों के आवेदनों की स्क्रूटनी की जा रही है। कमलनाथ के बंगले पर और पीसीसी में आने वाले आवेदनों से बड़े मुद्दों को सूचीबद्ध किया जा रहा है।
वचन-पत्र तैयार करने का जिम्मा इन नेताओं के पास
अप्रैल में राजेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में वचन पत्र समिति बनाई जा चुकी है। इसकी तीन बैठकें भी हो चुकी है। इस कमेटी में बाला बच्चन को संयोजक बनाया गया है। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, विजयलक्ष्मी साधौ, एन पी प्रजापति, लाखन सिंह यादव, मुकेश नायक, सुखदेव पाँसे,ओमकार मरकाम,तरुण भनोट, कमलेश्वर पटेल,आरिफ़ मसूद को सदस्य बनाया गया है। इनके अलावा फूल सिंह बरैया, सैयद साजिद अली, शोभा ओझा, वी के बाथम, केदार सिरोही, वीरेन्द्र खोंगल, महेन्द्र सिंह भी वचन पत्र समिति में शामिल किए गए थे। इनके अलावा विशेष आमंत्रित सदस्य में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व पीसीसी चीफ सुरेश पचौरी, राज्यसभा सांसद विवेक तनखा, कांतिलाल भूरिया, अजय सिंह राहुल, अरुण यादव, मीनाक्षी नटराजन भी वचन पत्र समिति पर काम कर रहे हैं। कांग्रेस द्वारा तैयार कराए जा रहे जिलों के वचन पत्र में आने वाले मुद्दों में से बड़े मुद्दों को राज्य स्तर के मुख्य वचन पत्र में शामिल किया जाएगा। गांवों में जंगली जानवरों, आवारा गौवंश से फसलों की सुरक्षा, अलग-अलग वर्गों के छात्र-छात्राओं को पढ़ाई में आने वाली की समस्याओं, स्वरोजगार के लिए बैंकों से लोन लेने में आने वाली दिक्कतों का समाधान करने जैसे मुद्दे शामिल किए जा रहे हैं।
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