भोपाल । मध्यप्रदेश विधानसभा (Madhya Pradesh Legislative Assembly) के बजट सत्र के पांचवें दिन शुक्रवार को सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के बीच नोंक-झोंक हुई थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा देर रात सदन की इस कार्यवाही का वीडियो ट्वीट पर अपलोड कर दिया गया। इसे लेकर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है और वीडियो वायरल करने को नियमों का उल्लंघन बताया है।
कांग्रेस नेता नरेन्द्र सलूजा ने शनिवार को ट्वीट के माध्यम से कहा है कि विधानसभा की कार्यवाही का इस तरह वीडियो सार्वजनिक करना नियमों के विरुद्ध है। विधानसभा किसी एक दल की नहीं होती। यह सभी दलों से मिलकर बनती है। यह सीधे-सीधे नियमों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि यह विशेषाधिकार का मामला है। शिवराज जी, आपको विधानसभा की कार्यवाही का वीडियो ही वायरल करना था, तो नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के सिलसिलेवार सारे आरोपों और आपको दिए गए जवाब का भी वीडियो जारी करने का साहस दिखाना था। सिर्फ एक पक्ष का वीडियो जारी कर आप क्या बताना चाह रहे हैं?
दरअसल, मुख्यमंत्री द्वारा ट्वीट पर विधानसभा की कार्यवाही का जो वीडियो वायरल किया गया है, उसमें मुख्यमंत्री शिवराज की तरफ इशारा करते हुए कमलनाथ कहते हैं, कम से कम आपकी साइकिल हमें तो दिलवा दीजिए। इस पर शिवराज कहते हैं कि आपकी उम्र का लिहाज करता हूं। किसी भी कीमत पर आपको साइकिल नहीं दूंगा। बता दें कि इससे पहले कमलनाथ ने महंगे होते पेट्रोल-डीजल पर सवाल उठाते हुए शिवराज द्वारा पुरानी सरकारों के वक्त चलाई गई साइकिल को लेकर चुटकी ली थी। इसी का जवाब मुख्यमंत्री विधानसभा में दे रहे थे।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश विधानससभा में सदन की कार्यवाही के प्रसारण पर सरकार द्वारा रोक लगा रखी है। केवल विधायकों के चाहने पर उन्हें सदन की कार्यवाही का वीडियो उपलब्ध कराया जा सकता है। इस मामले में विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह का कहना है कि विधानसभा के दौरान भाषण देने वाले का वीडियो उनके ही आवेदन करने पर उन्हें दिया जा सकता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके लिए आवेदन किया था। इसलिए उन्हें वीडियो दिया गया है। जन संपर्क विभाग ने भी यह वीडियो मांगा था, लेकिन नहीं दिया गया।(हि.स.)