नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग से पहले बीजेपी और कांग्रेस ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत लगा दी है. कांग्रेस जहां इस चुनाव को स्थानीय मुद्दों पर लड़ने की रणनीति पर चल रही है. लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकाजुर्न खड़गे की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी ने बीजेपी को कांग्रेस पर हमले का बड़ा मौका दे दिया है. वहीं कांग्रेस बैकफुट पर नजर आ रही है.
प्रियंका ने 25 अप्रैल को मैसूर में एक रैली में कहा था कि पीएम मोदी महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दे पर बचते हैं. उन्होंने ये टिप्पणी पीएम मोदी के उस बयान पर करी, जिसमें पीएम ने कहा था कि विपक्ष मेरी कब्र खोदना चाहती हैं. इस पर प्रियंका ने कहा कि देश में ऐसा कोई नहीं है, जो उनकी लंबी उम्र की कामना ना करता हो. इसके साथ ही उन्होंने पूछा, क्या ये चुनावी मुद्दा है?
कांग्रेस स्थानीय मुद्दों पर लड़ रही है चुनाव
कांग्रेस ने हाल के सालों में कई विधानसभा चुनावों में ये कोशिश की है कि चुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़े और पीएम मोदी पर व्यक्तिगत हमले ना करे. पार्टी कई बार इसमें कामयाब भी रही है और कई बार वो भटक गई है. पिछले साल हिमाचल चुनाव में कांग्रेस इसमें कामयाब रही और बीजेपी से सत्ता छीनी. कर्नाटक कांग्रेस के अधिकांश नेताओं की राय थी कि 10 मई को होने वाले चुनाव में पार्टी का कैंपेन राज्य के मुद्दों पर होना चाहिए.
कांग्रेस के स्थानीय नेता राज्य की बोम्मई सरकार को भ्रष्टाचार पर घेर रहे हैं और उसे 40 फीसदी वाली कमीशन सरकार बता रहे हैं. इसके अलावा वो चुनावी गारंटी, जातिगत जनगणना और आरक्षण बहाली जैसे मुद्दों पर फोकस कर रही है. कांग्रेस ने सत्ता में आने पर बेरोजगार ग्रेजुएट को 3000 रुपये का मासिक भत्ता देने की गारंटी की बात कही है. इसके अलावा उसने सभी परिवारों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली और घर की महिला मुखिया को 2000 रुपये देने का वादा किया है. उसने बीपीएल परिवार के हर सदस्य को 10 किलो चावल देने का भी वादा किया है.
बीजेपी ने कांग्रेस की रणनीति में लगाई सेंध
राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी की बात करें तो वो शासन के मुद्दों पर कांग्रेस को घेर रही है. वो स्थानीय मुद्दों को चुनाव प्रचार में उठा रहे हैं और कांग्रेस की रणनीति को आगे बढ़ा रहे हैं. ऐसा लगता है कि कांग्रेस की रणनीति को मल्लिकाजुर्न खड़गे ने तगड़ा झटका दिया है.
उन्होंने पीएम मोदी पर जहरीला सांप वाली टिप्पणी की. इसके बाद जैसी अपेक्षा थी, वही हुआ. बीजेपी ने खड़गे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. वो खड़गे के बयान को खूब उछाल रहे हैं और इसके साथ ही वो चुनाव आयोग भी पहुंच गए हैं. उन्होंने चुनाव आयोग से कहा कि खड़गे के कर्नाटक में चुनाव प्रचार करने पर बैन लगा दिया जाए. गौरतलब है कि कर्नाटक खड़गे का गृह राज्य है.
गुजरात चुनाव में भी की थी विवादित टिप्पणी
गौर करने वाली बात है कि खड़गे ने पिछले साल गुजरात विधानसभा चुनाव में भी पीएम मोदी की रावण से तुलना की थी. खड़गे की ताजा टिप्पणी ने कांग्रेस के कुछ नेताओं को मणिशंकर की नीच और सोनिया गांधी की ‘मौत का सौदागर’ वाली टिप्पणी की याद दिला दी. मणिशंकर अय्यर ने साल 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी को नीच कहा था. वहीं 2007 के गुजरात विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कहा था.
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