नई दिल्ली । पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री (Former Union Law Minister) और भाजपा के वरिष्ठ नेता (Senior BJP Leader) रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने कांग्रेस द्वारा किए जा रहे सत्याग्रह (Congress Satyagraha) की भर्त्सना करते हुए (Condemning) इसे देश (Country), देश के कानून (Country Law) और देश की संस्थाओं के खिलाफ (Against Country Institutions) दुराग्रह है (Is Prejudice) । कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के खिलाफ कांग्रेस पार्टी सत्याग्रह कर रही है।
उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर धोखाधड़ी का आरोप है। वो जमानत पर है और ये लोग हाईकोर्ट तथा सुप्रीम कोर्ट में केस हार चुके हैं। उन्होंने दुराग्रह की बात दोहराते हुए और इसकी भर्त्सना करते हुए कहा कि आज कांग्रेस का ये सत्याग्रह नहीं, दुराग्रह है। परिवार जब पार्टी की संपत्ति को अपनी जेब में रख रहा है, तो ये उसे बचाने का दुराग्रह है।
प्रसाद ने नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान तत्कालीन यूपीए सरकार पर उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि क्या उस समय भाजपा ने प्रदर्शन किया था? उन्होंने कहा कि एक तरफ भाजपा है, जो कानून का, संस्थाओं का सम्मान करती है तो दूसरी तरफ इनका (कांग्रेस) आचरण देखिए। इनके सारे सांसद सदन छोड़कर उनके समर्थन में ईडी और अन्य संस्थाओं का मनोबल गिरा रहे हैं।
नेशनल हेराल्ड मामले पर प्रसाद ने कहा कि गैरकानूनी तरीके से नेशनल हेराल्ड की पूरी संपत्ति यंग इंडिया को दे दी गई। नेशनल हेराल्ड के पास हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति है। कई शहरों में ये संपत्ति है, जिसकी जमीन को कांग्रेस सरकारों ने सस्ते दाम पर दिया। उससे हजारों करोड़ रुपये का किराया आता है। सोनिया गांधी के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे नेताओं पर कटाक्ष करते हुए प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी तो परिवार की ‘जेबी’ संस्था हो चुकी है। अब कांग्रेस पार्टी की संपत्ति भी परिवार की जेब में लाए जाने की कोशिश हो रही है।
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