जयपुर। देश के एक बड़े सूबे राजस्थान में अब कांग्रेस के दो बड़े शीर्ष नेताओं के बीच झगड़ा लगभग पूरी तरह से समाप्त होता नजर आ रहा है। तकरीबन सवा महीने बाद आज जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच दूरियां मिटती हुई नजर आ रही है । आज दोनों के बीच सवा महीने बाद आमने सामने की मुलाकात भी हो रही है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब से थोड़ी देर पहले सचिन पायलट अपने काफिले की गाड़ियों सहित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के घर पर पहुंच गए हैं। दोनों नेताओं के बीच समाचार लिखे जाने तक मेल मुलाकात और बातचीत का दौर जारी है । सूत्रों ने बताया है कि सीएम गहलोत ने खुद सामने आकर सचिन पायलट को फोन कर शाम 5 बजे कांग्रेस विधायक दल की होने वाली बैठक से पहले उन्हें अपने घर में बुलाया था ताकि विधायक दल की बैठक में होने वाली चर्चा को लेकर पहले से ही तैयारी कर ली जाए, जिससे दोनों नेताओं के बीच की कटुता सामने ना आने पाए। सब ठीक-ठाक करने के लिए ही सीएम गहलोत ने सचिन पायलट को बैठक से पहले अपने घर पर बुला लिया है। इससे पहले कांग्रेस के केंद्रीय नेता केसी वेणुगोपाल ने स्पष्ट संदेश दिया था कि हाईकमान की यही इच्छा है कि कटुता बढ़ाने से नहीं बल्कि आपसी प्रेम भाईचारे से ही पार्टी का भला होगा। इसके बाद ही सीएम गहलोत ने भी नरम रुख अपनाते हुए कह दिया था कि भूलो और माफ करो । सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट की मुलाकात के तुरंत बाद जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की होने वाली बैठक में पायलट समर्थक विधायक भी शामिल हो रहे हैं, जहां कल से राजस्थान विधानसभा के होने वाले विशेष सत्र को लेकर विचार मंथन होगा। गौरतलब है कि तकरीबन सवा महीने पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराज होकर सचिन पायलट और उनके 18 समर्थक विधायकों ने बगावत कर सरकार के लिए संकट खड़ा कर दिया था। पायलट समर्थक विधायक हरियाणा के मानेसर में अब तक डेरा डाले हुए थे जो कल ही जयपुर लौटे हैं। दोनों नेताओं के बीच में सुलह कराने में प्रियंका वाड्रा की केंद्रीय भूमिका सामने आई है ।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved