चंडीगढ़ । जलंधर से कांग्रेस सांसद (Congress MP from Jalandhar) चौधरी संतोख सिंह (Chaudhary Santokh Singh) का शनिवार को पंजाब में (In Punjab) राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान (During Rahul Gandhi’s Bharat Jodo Yatra) दिल का दौरा पड़ने से (By Heart Attack) निधन हो गया (Has Expired) । फिल्लौर कस्बे में यात्रा के दौरान सिंह गिर गए। उन्हें एंबुलेंस से फगवाड़ा के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
संतोख सिंह चौधरी का अंतिम संस्कार कल उनके गांव में किया जाएगा। वे अपने पीछे अपनी पत्नी करमजीत कौर और अपने बेटे विक्रमजीत सिंह को छोड़ गए। करमजीत सिंह जलंधर स्पोर्ट्स कॉलेज की प्रिंसिपल रह चुकी हैं, जबकि उनके बेटे विक्रमजीत सिंह फिल्लौर से वर्तमान विधायक हैं। संतोख सिंह जलंधर से लगातार दो बार सांसद का चुनाव जीत चुके हैं। वह साल 2014 और साल 2019 में जलंधर से चुनाव जीत चुके हैं। इसके अलावा वह पांच बार- 1992, 1997, 2002, 2007 और 2012 में विधानसभा चुनाव भी लड़े हैं। इन पांच चुनावों में से वह तीन बार जीते और साल 1992 व साल 2002 में कांग्रेस की सरकारं में मंत्री भी बनाए गए।
साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में संतोख सिंह चौधरी ने अपने प्रतिद्वंदी शिरोमणि अकाली दल के चरणजीत सिंह अटवाल को 19,491 वोटों से मात दी थी। साल 2019 में संतोख सिंह चौधरी को 3,85,712 वोट मिले थे। यह कुल वोट शेयर का 37.85 फीसदी था। संतोख सिंह सियासत में रसूख रखने वाले परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता मास्टर गुरबंत सिंह पंजाब के कृषि मंत्री रह चुके हैं जबकि उनके भाई जगजीत सिंह भी राज्य सरकार में मंत्री पद संभाल चुके हैं। इसके अलावा उनके बेटे विक्रमजीत सिंह भी विधायक है।
मास्टर गुरबंत सिंह का परिवार अबतक कुल 16 बार पंजाब विधानसभा में पहुंच चुका है। खुद मास्टर गुरबंत सिंह 7 बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने आखिरी चुनाव 1972 में जीता। यह चुनाव वह निर्विरोध जीते थे। संतोख सिंह के भाई जगजीत भी पांच बार विधायक रह चुके हैं। खुद संतोख सिंह तीन बार विधायक रह चुके हैं जबकि उनका बेटा विक्रमजीत सिंह इसबार पहली बार विधायक चुना गया है।
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